*नेशनल शूटर तारा शाहदेव मामले में CBI कोर्ट ने सुनाई कड़ी सजा*

रांची : नेशनल शूटर तारा शाहदेव के मामले में सीबीआई कोर्ट ने कड़ी सजा सुनाई है.9 साल बाद दोषियों को कोर्ट ने सज़ा सुना दी है.लव जिहाद के इस चर्चित मामले में आरोपी रकीबुल हसन उर्फ रंजीत,मुस्ताकअहमद और कौशल रानी को साल की सज़ा सीबीआई की विशेष अदालत ने सुनाई है.यह मामला झारखंड में जुलाई, 2014 का था.पहले झारखंड पुलिस ने इस मामले में जांच की बाद में हाई कोर्ट के आदेश के बाद इसे सीबीआई ने 2015 में टेक ओवर कर लिया था.2018 में तीनों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाख़िल की गई थी.
सीबीआई कोर्ट में तारा शाहदेव के मामले में तीनों आरोपी को 30 सितंबर को कोर्ट ने दोषी करार दिया था.इसके बाद सज़ा की बिंदु पर गुरुवार यानी आज सुनवाई की तिथि निर्धारित की गई थी.जिसके तहत तीनों आरोपी को कड़ी सजा सुनाई गई.
अदालत ने तीनों आरोपी को आपराधिक साजिश रचने के साथ उत्पीड़न,धर्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के साथ शादी गलत तरीके से करने की धारा में दोषी माना है.
कैसे तारा और रंजीत उर्फ रकीबुल की मुलाकात हुई
थोड़ा इनके संबंध में जानकारी लीजिए. बात 2014 की है.जब तारा शाहदेव राष्ट्रीय स्तर पर शूटिंग प्रतियोगिता में खूब नाम कमा रही थी.शूटिंग में बेहतर प्रदर्शन कर सके, इसके लिए होटवार में स्थित प्रैक्टिस हॉल में खूब मेहनत करती थी.इस दौरान प्रैक्टिस को देखने के लिए विजलेंस रजिस्टार मुस्ताक अहमद,धनबाद DSP, गढ़वा एसपी के साथ सुजीत सिंह और रंजीत कुमार उर्फ रकीबुल हसन पहुंचते थे.इस दौरान रंजीत ने तारा के दोस्तों के साथ दोस्ती बढ़ाई और तारा के करीब पहुंच गया.इस दौरान तारा और रंजीत के बीच गहरी दोस्ती हो गई. बाद में यह दोस्ती रिश्ते में बदल गयी.
14 जून, 2014 को रंजीत ने तारा को अपने घर डिनर पर बुलाया.दोनों साथ में खाना खाने के बाद खूब बातें हुई.धीरे धीरे दोनों काफी करीब आ गए.फिर ठीक दूसरे दिन मुस्ताक ने तारा को डिनर पर बुलाया. तारा फिर मुस्ताक के घर पहुंची.वहाँ रंजीत उर्फ रकीबुल पहले से ही मौजूद था.जैसे ही तारा पहुंची तो रंजीत ने उसे अंगूठी और कंगन गिफ्ट में दिया.साथ ही प्यार का इज़हार किया.और 20 तारीख को दोनों की सगाई की तिथि मुस्ताक की मौजूदगी में निर्धारित कर दी गयी.बाद में सात जुलाई को दोनों शादी के बंधन में बंध गए.यह शादी पांच सितारा होटल रेडिशन ब्लू में हुई थी.
शादी के ठीक बाद मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के यहां से इफ्तार पार्टी का आमंत्रण कार्ड रकीबुल हसन खान के नाम से आया.जिसके बाद तारा को शक हुआ.बाद में नौ जुलाई को रंजित अपने साथ 20 से 25 मौलाना को लेकर घर पहुंचा और तारा शाहदेव पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया.इसका विरोध जब तारा ने किया तो उसके साथ मारपीट की गई.तारा के मुताबिक धर्म परिवर्तन से इनकार करने पर उसे कुत्तों से कटवाया गया.
जब उसे लगा कि वह लव जिहाद के खेल में फस गई. तब उसने कोतवाली थाना में मामला दर्ज कराया.और कोतवाली डीएसपी के सामने एक बयान दर्ज कराया.जिसके बाद जांच शुरू हुई. जब मामला सुर्खियों में आया तब इस मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा की गई.(DESK)













