रांची-झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक बयान दिया है जिसको लेकर राजनीतिक गलियारे में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि झारखंड में एनआरसी कराया जाना चाहिए यानी नेशनल रजिस्टर आफ सिटीजन को लागू किया जाना चाहिए.इससे यह पता चल पाएगा कि झारखंड के मूलवासी कौन है और कौन घुसपैठिये है.
जाहिर सी बात है कि बाबूलाल मरांडी कोई नई बात नहीं कर रहे हैं.इससे पहले भी उन्होंने कहा था और उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा की सरकार आएगी तो यहां पर मिनी एनआरसी कराया जाएगा.सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि जानबूझकर सरकार आंख मूंदकर यह सब कुछ देख रही है जिससे झारखंड की डेमोग्राफी पर प्रतीक प्रभाव पड़ रहा है.
इस पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का जो बयान आया है वह हास्यास्पद है केंद्रीय महासचिव सुप्रीम भट्टाचार्य ने कहा कि सबसे पहले आरएसएस को भाजपा के अंदर एनआरसी कराया जाना चाहिए ताकि यह पता चल सके कि भाजपा में कौन-कौन से घुसपैठिये हैं. नेशनल रजिस्टर का सिटिजन का तालुका राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है लेकिन झारखंड के सत्तारूढ़ दलों को यह एक भाजपा का मुद्दा लगता है जिसे वह गंभीरता से नहीं लेते हैं.इधर भाजपा कहती है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा कांग्रेस के लोग अपनी वोट बैंक की राजनीति के कारण इस पर कुछ नहीं बोलते हैं और ना ही कुछ करते हैं. इस मुद्दे पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव का कहना है कि बाबूलाल मरांडी से यहां के सत्तारूढ़ दल को डर लगता है.इसलिए इस तरह के मर्यादाहीन बयान देते हैं.