रांची – एक और अभिव्यक्ति की मौत हो गई है.झारखंड में उत्पाद विभाग में सिपाही पद पर भर्ती के लिए शारीरिक क्षमता का परीक्षण फिर से शुरू हुआ है.10 सितंबर से दोबारा दौड़ परीक्षा शुरू हुई है. जमशेदपुर के बर्मा माइंस का रहने वाला मुरामुल्ला सुरैया भी उत्पाद विभाग में सिपाही पद पर नौकरी करना चाहता था लेकिन दुर्भाग्य दिवस हुआ यह सपना पूरा नहीं कर पाया इसका फिजिकल टेस्ट 12 सितंबर को रांची के स्मार्ट सिटी में निर्धारित था. तबीयत खराब होने का के कारण उसे रांची के रिम्स में भर्ती कराया गया जहां आज सुबह उसकी मौत हो गई इस प्रकार सिपाही दौड़ परीक्षा में सरकारी आंकड़ों के अनुसार करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 14 हो गई है.भाजपा के प्रदेश महामंत्री और सांसद प्रदीप वर्मा ने कहा कि राज्य के हेमंत सोरेन सरकार अपने जीत पर आदि है वह अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र तो नहीं दे पा रही लेकिन मौत का सर्टिफिकेट दे रही है.जनता में अपनी छवि सुधारने की हड़बड़ाहट में राज्य के होनहार बच्चों का भविष्य खत्म कर दे रही है.भाजपा ने पहले ही आग्रह किया था कि इस नियुक्ति प्रक्रिया के तहत दौड़ को रोक दिया जाए.लेकिन सरकार मनमानी पर उतरी हुई है.उस लग गया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उसका सूपड़ा साफ होने वाला है.