रांची :शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी शनिवार को ईडी दफ्तर पहुंचे थे. बता देऊ कि ईडी की ओर से उन्हें समन जारी कर ईडी के जोनल ऑफिस में बुलाया गया था. योगेंद्र तिवारी अपने साथ तीन बैग और कई महत्वपूर्ण कागज़ात लेकर ईडी कार्यालय पहुंचे थे. गौरतलब है कि शराब घोटाला मामले में ईडी अब लगातार कई लोगों को समन जारी कर उन्हें ईडी कार्यालय बुला रही है. आज यानी 26 अगस्त को योगेंद्र तिवारी और उसके भाई अमरेंद्र तिवारी को ईडी के जोनल ऑफिस में बुलाया गया था ,अब इसके बाद एक-एक करके जो लोग शराब घोटाले में शामिल हैं ,उनको ईडी कार्यालय बुलाया जाएगा दरअसल कुछ दिन पहले राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के आवास में ईडी कि टीम पहुंची थी.बताया जा रहा था रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित उरांव ने योगेंद्र तिवारी के कारोबार में निवेश किया था और उसी के आधार पर ईडी रामेश्वर उरांव के आवास में छापेमारी की थी.सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि रामेश्वर उरांव के आवास से 30 लाख रुपए नगद बरामद किए गए थे..सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि योगेंद्र तिवारी ने वर्ष 2021-22 में शराब के थोक कारोबार का ठेका प्राप्त किया था. ईडी को जानकारी मिली है कि प्रेम प्रकाश के सहयोग से योगेंद्र तिवारी ने 2021 में शराब के थोक कारोबार का ठेका प्राप्त किया था और इसके लिए शेल कंपनियां बनाई गईं थीं. बताया जा रहा है की इन तमाम कंपनियों के पास पहले कोई कैपिटल नहीं था, लेकिन ठेका मिलने के बाद उन कंपनियों के खाते में करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए गए थे. इससे पहले ईडी ने अवैध खनन केस में जब पहली बार प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर छापेमारी की थी, तब उसके यहां से शराब कारोबार से जुड़े कई सबूत और दस्तावेज़ मिले थे.इन तमाम सबूतों के आधार पर ईडी अब आगे काम कर रही है.
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