नई दिल्ली : भारतीय संसद के निचले सदन लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पेश किया गया.यह विधेयक जेपीसी से होते हुए आया है.केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरण रिजेजू ने बिल को सदन में पेश किया और बिल के पेश होने का कारण भी बताया.उन्होंने कहा कि यह बिल मुसलमान के बेहतरी के लिए है जो इनका विरोध कर रहे हैं वह बहु संख्यक मुसलमान के हितों की अनदेखी कर रहे हैं.
उधर कांग्रेस ने कहा कि यह बिल जबरदस्ती थोपा जा रहा है.बिल के पक्ष में बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने इसकी जरूरत पर रोशनी डाली.उन्होंने कहा कि सरकार जहां विधायक को मुस्लिम के हित में एक सुधारात्मक कदम बता रहे वहीं विपक्ष इसका विरोध कर रहा है.उधर विरोधियों का कहना है कि यह संविधान के खिलाफ है.वक्फ संशोधन विधेयक के बारे में बताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लालू यादव ने 2010 में कहा था कि सरकार जो यह संशोधन विधेयक पेश किया है, वह सही है.उस समय लाल यादव ने यह साफ तौर पर कहा था कि वक्फ बोर्ड सारी जमीन को हड़प रही है. पटना के डाक बंगला के पास की जमीन पर अपार्टमेंट बना दिए गए हैं.इसलिए यह संशोधन जरूरी है..लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लालू यादव के उस समय के बयान को रखा.
अमित शाह ने यह कहा कि कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं कि इस एक्ट से मुस्लिम समुदाय के धार्मिक अधिकारों और उनकी संपत्तियों मे दखल दिया जाएगा.यह पूरी तरह से गलत है.यह वोट बैंक की राजनीति के कारण हो रहा है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि विपक्ष इस देश को तोड़ देगा.इस सदन के माध्यम से देश के मुसलमान से कहना चाहता हूं कि आपके वक्फ बोर्ड में एक भी गैर मुस्लिम नहीं आएगा.इस कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है.