नई दिल्ली: संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व में एक शक्ति के रूप में देखा जाता रहा है.यहां पर शासन व्यवस्था में आज से बदलाव हो रहा है.रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद का शपथ लेने जा रहे हैं.पिछले नवंबर में ही उन्होंने जबरदस्त तरीके से और अमेरिकी लोगों के व्यापक समर्थन से राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता था.
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47 वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे.वॉशिंगटन डीसी में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी पूरी हो गई है.लगभग 90 देश के प्रतिनिधि और शासन अध्यक्ष इस शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने वाले हैं.भारत की ओर से विदेश मंत्री है डॉक्टर एस जयशंकर हिस्सा लेने के लिए वाशिंगटन पहुंच गए हैं.डोनाल्ड ट्रंप के शासन से भारतीयों को बहुत उम्मीद है.वैसे अपने चुनाव प्रचार अभियान में डोनाल्ड ट्रंप ने h1b वीजा घटाने की बात कही थी जिससे यह आशंका बढ़ी थी कि इससे भारतीयों का नुकसान हो सकता है क्योंकि बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिका में इस वीजा के आधार पर रहते हैं और नौकरी पेशा करते हैं.
निश्चित रूप से डोनाल्ड ट्रंप का भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अच्छा संबंध रहा है.इसलिए अमेरिका में रहने वाले भारतीयों को भविष्य में किसी प्रकार के संकट की आशंका नहीं है चीन के खिलाफ टैरिफ बढ़ाए जाने की भी बात चुनाव प्रचार में डोनाल्ड ट्रंप ने किया है.इससे भारत को थोड़ी चिंता जरूर थी लेकिन यह निर्मूल साबित होगी.चीन के प्रोडक्ट्स पर टैरिफ पढ़ाई जाने से अमेरिका में उनकी मांग कम होगी जिससे अमेरिका के प्रोडक्ट्स को बाजार मिल सकेगा.अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसका लाभ मिलेगा. भारत और अमेरिका के संबंध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में अच्छे रहे हैं डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी भारत के साथ संबंध अच्छा रहा है.इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि वैश्विक विषयों को लेकर भारत और अमेरिका के बीच विचारों में समानता रहेगी..जहां तक द्विपक्षीय संबंधों की बात है भारत और अमेरिका के बीच संबंध और मजबूत होंगे.













