रांची: सरला बिरला विश्वविद्यालय में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू हुआ है। यह एक अनूठा और प्रभावकारी कार्यक्रम है।शिक्षकों में अनुसंधान क्षमताओं और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के निमित्त सरला बिरला विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ बिज़नेस मैनेजमेंट द्वारा आयोजित पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम — “रिसर्च मेथडोलॉजी एडवांस्ड प्रोग्राम (REMAP 2025)” का आज यानी सोमवार को शुभारंभ हुआ।
एसबीयू के कुलपति प्रो. सी जगनाथन ने अपने संबोधन में एक मजबूत अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र के साथ ही वैश्विक स्तर पर अकादमिक सहयोगों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। विश्वविद्यालय के माननीय महानिदेशक प्रो गोपाल पाठक ने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एफडीपी की सराहना करते हुए विभिन्न विषयों में अनुसंधान के लिए सुदृढ़ कार्यप्रणाली की आवश्यकता को रेखांकित किया। रजिस्ट्रार प्रो. एस. बी. डांडिन ने अपने संक्षिप्त संबोधन में विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता और अनुसंधान के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया।
तीन तकनीकी सत्रों में विभाजित इस कार्यक्रम में संत जेवियर्स कॉलेज की डॉ. सुमंत दत्ता ने पहला सत्र “इंडेक्स्ड जर्नल्स में प्रकाशन के महत्व और नैतिक पहलू” पर प्रस्तुत किया। सनवे विश्वविद्यालय, मलेशिया के डॉ. चार्ल्स जेबराजकृथि ने दूसरा सत्र “उच्च-इंडेक्स्ड जर्नल्स में प्रकाशन: क्या करें, क्या न करें” विषय पर लिया। अंतिम सत्र डॉ. अरविंद भंडारी द्वारा “सिस्टमेटिक लिटरेचर रिव्यू” पर एक व्यावहारिक कार्यशाला के रूप में आयोजित हुआ, जिसमें उन्होंने अकादमिक साहित्य को व्यवस्थित करने और उसका विश्लेषण करने की विधि पर विस्तार से जानकारी दी।
एसबीयू प्रेक्षागृह में आयोजित इस कार्यक्रम के अवसर पर सौ से भी अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। सरला बिरला विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति बिजय कुमार दलान और राज्यसभा सांसद डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने इस कार्यक्रम के आयोजन पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।