SBU में कार्यशाला का आयोजन
रांची:सरला बिरला विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल एवं टीबीआई सेंटर ऑफ इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन काउंसिल, एनआईटी जमशेदपुर के संयुक्त तत्वावधान में “स्टार्टअप फंडिंग प्रपोज़ल : फ्यूलिंग आइडियाज: क्रिएटिंग फ्यूचर ” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन विश्वविद्यालय परिसर स्थित जी.डी. बिरला सभागार में किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ पंजीकरण, अतिथियों के स्वागत, दीप प्रज्वलन तथा विश्वविद्यालय कुलगीत के साथ हुआ। स्वागत भाषण में डॉ. संदीप कुमार, अध्यक्ष, इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल, एसबीयू ने कार्यशाला के उद्देश्य और स्वरूप पर विस्तार से प्रकाश डाला।
महानिदेशक, प्रो. गोपाल पाठक ने अपने संबोधन में नवाचार और उद्यमिता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि “यह नौकरियां खोजने का युग नहीं है, बल्कि दूसरों को नौकरियां देने का युग है। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे परिषद की सहायता से अपने स्वयं के स्टार्टअप शुरू करें और दूसरों के लिए अवसर पैदा करें।”
तकनीकी सत्र में डॉ. देबाशीष दत्ता, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, टीबीआई, एनआईटी जमशेदपुर ने कहा कि “उद्यमिता ही भारत की विकास यात्रा का भविष्य पथ है और यही देश को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगी।”
मुख्य सत्र में सरला बिरला विश्वविद्यालय के कुलपति एवं इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के मुख्य-मेंटोर, प्रो. सी. जगनाथन ने “साधारण समस्याओं से नवाचार एवं स्टार्टअप विचार” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि “नवाचार और स्टार्टअप्स जीवन की सामान्य समस्याओं से उत्पन्न होते हैं और इन्हें समाधान-आधारित उद्यमिता में परिवर्तित किया जा सकता है। इसी से विद्यार्थियों के भीतर रचनात्मकता और नए विचारों को पंख मिलते हैं।”
कार्यशाला के अंत में अतिथियों का सम्मान किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन अनिमेष सरकार, संयोजक, इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल ने प्रस्तुत किया। मंच संचालन डॉ. गगनदीप चड्ढा ने किया।
सरला बिरला विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति बिजय कुमार दलान और राज्यसभा सांसद डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने इस कार्यशाला के आयोजन पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।












