रांची: महादेवी बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ़ नर्सिंग एंड क्लीनिकल टेक्नोलॉजी (सरला बिरला यूनिवर्सिटी) रांची में लैंप लाइटिंग और शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर दीप प्रज्ज्वलित कर और फ्लोरेंस नाइटिंगल को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. विद्यार्थियों ने मानव सेवा, दृढ़ता ,कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण की भावना रखने की शपथ ली.
कार्यक्रम में अपने उदगार व्यक्त करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. चंद्र किशोर शाही, मुख्य निदेशक, स्वास्थ्य सेवा, झारखंड सरकार ने कहा कि आज के दौर में अस्पतालों में नर्सों की भूमिका चिकित्सकों के मुकाबले ज्यादा हो चुकी है. मरीज की सेवा- सुश्रुषा से लेकर इलाज तक की अहम जिम्मेवारी नर्सों की होती है.पहले नर्सिंग के पेशे को लेकर लोगों का नजरिया नकारात्मक हुआ करता था, लेकिन आज लोग इस पेशे से जुड़े लोगों का सम्मान करते हैं.नर्सिंग के मूल मंत्र ‘सेवा’ की भावना को उन्होंने पवित्र बताया. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि केंद्रीय मन: चिकित्सा संस्थान के निदेशक डॉ. वी. के. चौधरी ने नर्सों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एक नर्स के लिए मानव सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं होती.उन्होंने नर्सों को अस्पताल की रीढ़ करार दिया.
सरला बिरला विश्वविद्यालय के महानिदेशक प्रो. गोपाल पाठक ने समाज में नर्सों के योगदान की चर्चा की. उन्होंने कहा कि नर्सों को ईश्वर ने ही मानवता की सेवा करने के लिए भेजा है. कुलपति प्रो. सी. जगनाथन ने अपने संबोधन में मानव सेवा को ही ईश्वर की सेवा करार दिया.सेवा की भावना को आत्मसात् कर अपना जीवन समर्पित करने नर्सों का उन्होंने आभार व्यक्त किया.
इस मौके पर उपस्थित श्रोताओं को विवि के कुलसचिव प्रो. विजय कुमार सिंह, विभाग की प्राचार्या डॉ. सुभानी बाड़ा एवं नर्सिंग और योग विभाग के प्रशासक आशुतोष द्विवेदी ने भी संबोधित किया.कार्यक्रम में स्वागत भाषण विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर प्रफुल्लो बारजो और धन्यवाद भाषण उप प्राचार्या मीनल श्वेता ने दिया.इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए.
इस आयोजन के लिए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बिजय कुमार दलान और माननीय राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की.