रांची : झारखंड का प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान सरला बिरला विश्वविद्यालय नवाचार के लिए दिन-ब-दिन प्रसिद्ध होता जा रहा है यहां छात्र को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अलावा बहुमुखी प्रतिभा के उन्नयन और जीवन में उल्लास और उमंग समाहित करने के वास्ते कई कार्यक्रम संचालित होते हैं।सरला बिरला विश्वविद्यालय में भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र एवं अंग्रेजी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित छह दिवसीय समर कैंप का समापन हो गया। कैंप की समाप्ति पर उपस्थित प्रतिभागियों के बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया गया।
इस मौके पर बोलते हुए बतौर मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के महानिदेशक प्रो गोपाल पाठक ने हमारी पुरातन चिकित्सा प्रणाली में शामिल योग की महत्ता बतायी और इसे हमारे जीवन शैली में उतारे जाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस कैंप के आयोजन को उन्होंने सराहनीय प्रयास करार दिया। भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र (आईकेएस) की सेंटर इंचार्ज डॉ. नीलिमा पाठक ने योग के लाभ पर चर्चा करते हुए इसे अपनाने की अपील की। इस अवसर पर आईक्यूएसी निदेशक डॉ. संदीप कुमार, डॉ. राधा माधव झा एवं डॉ. गौतम तांती ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में समर कैंप में योग एवं वैकल्पिक चिकित्सा (योग, आयुर्वेद , प्राकृतिक चिकित्सा, एक्यूप्रेशर एवं मर्म चिकित्सा) तथा विजुअल आर्ट के प्रतिभागियों ने अपने सकारात्मक अनुभवों को साझा किया। कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष डॉ अर्चना मौर्या एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ विश्वजीत वर्मा ने किया।
कार्यक्रम में नर्सिंग विभाग की प्राचार्या डॉ. सुभानी बाड़ा, आशुतोष द्विवेदी, प्रवीण कुमार, सुजीत सेनगुप्ता, डॉ स्वातिलेखा महतो, अंजना कुमारी सिंह, पंकज केसरी, स्पर्श उपाध्याय एवं अन्यान्य शिक्षकगण एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।
विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति बिजय कुमार दलान, कुलपति प्रो सी जगनाथन एवं माननीय राज्यसभा सांसद डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने विश्वविद्यालय परिसर में समर कैंप के आयोजन पर हर्ष व्यक्त किया है।