सरला बिरला विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय समर ट्रेनिंग कार्यक्रम की आज शुरुआत हुई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विवि के माननीय महानिदेशक प्रो गोपाल पाठक ने रसायनशास्त्र के क्षेत्र में हो रहे नित नए प्रयोगों के विषय में बताया और इस दिशा में हो रहे आधुनिक शोधों पर प्रकाश डाला। पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान और इस संदर्भ में चुनौतियों की भी उन्होंने चर्चा की।
विशिष्ट अतिथि उषा मार्टिन के जीएम, सीएसआर डॉ. मयंक मुरारी ने अपने संबोधन में प्राथमिक विज्ञान और इसके उन्नयन में रसायनशास्त्र की भूमिका का उल्लेख किया और भारतीय ज्ञान परंपरा के साथ इसके सह संबंधों पर बात की। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों और आविष्कारों के उल्लेख के साथ इसे स्पष्ट किया।
विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव कुमार सिन्हा ने स्वागत भाषण में इस पांच दिवसीय समर ट्रेनिंग कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर विवि के आईक्यूएसी के निदेशक डॉ संदीप कुमार ने भी उपस्थित श्रोताओं को संबोधित किया।कार्यक्रम में सन टेक लैब की क्वालिटी मैनेजर श्रीमती प्रीति वर्मा ने विद्यार्थियों को विषय आधारित बुनियादी जानकारी दी।
कार्यक्रम में आगंतुकों का परिचय डॉ. नित्या गर्ग और धन्यवाद प्रस्ताव डॉ. पिंटू दास ने दिया।
विवि के माननीय प्रतिकुलाधिपति श्री बिजय कुमार दलान, माननीय कुलपति प्रो सी जगनाथन एवं माननीय राज्यसभा सांसद डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने इस कार्यक्रम के आयोजन पर हर्ष व्यक्त किया है।