रांची – झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और ओडिशा के राज्यपाल पद से हाल ही में इस्तीफा दिए रघुबर दास एक बार फिर से भाजपा की सदस्यता लेंगे.राज्यपाल नियुक्त होने के बाद भाजपा से इस्तीफा दे दिया था.अब फिर से सक्रिय राजनीति में आएंगे.
27 दिसंबर को रघुबर दास भाजपा की सदस्यता रांची प्रदेश कार्यालय में लेंगे. झारखंड की राजनीति में उन्हें महत्वपूर्ण दायित्व दिया जा सकता है.रघुबर दास झारखंड की राजनीति में एक बड़ा नाम रहा है.वे 2014 से 2019 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. कड़क तेवर वाले रघुबर दास को राजभवन की लाट साहबी पसंद नहीं थी.वे दिन रात पार्टी के लिए काम करने वाले राजनेता रहे हैं.इसलिए आलाकमान को उन्होंने अपनी इच्छा जता दी थी. रघुबर दास भाजपा में ओबीसी समाज के बड़ा चेहरा रहे हैं.
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झारखंड विधानसभा चुनाव में उनकी कमी खल रही थी. भाजपा के पास बड़ा ओबीसी चेहरा नहीं था. उनके निर्वाचन क्षेत्र जमशेदपुर पूर्वी से उनकी बहू पूर्णिमा दास साहू को भाजपा ने टिकट दिया और वह विधायक चुनी गईं. रघुबर दास राज्यपाल नहीं रहना चाहते थे. भाजपा का केंद्रीय नतृत्व उनकी इस इच्छा को समझ रहा था. इधर विधानसभा चुनाव था इसलिए फेरबदल नहीं किया नहीं तो इसका गलत संदेश जाता.इसलिए आप सब कुछ हो गया तो फेरबदल किया गया है.