प्रयागराज- पौष पूर्णिमा स्नान के साथ ही प्रयागराज महाकुंभ शुभारंभ हो गया है.पहले दिन यानी आज 13 जनवरी को लगभग एक करोड़ श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने की संभावना है.उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए व्यापक व्यवस्था की है.श्रद्धा से लवरेज यहां आए श्रद्धालुओं ने ठंड के बावजूद अहले सुबह से ही डुबकी लगाना शुरू किया.
पौष पूर्णिमा स्नान के साथ ही कल्प वास भी शुरू हो गया है.10 लाख से अधिक श्रद्धालु कल्पवास में शामिल होंगे.पहला शाही स्नान कल मकर संक्रांति के दिन होगा.12 फरवरी को माघ पूर्णिमा के स्नान के साथ ही कल्पवास का समापन होगा.उल्लेखनीय है कि प्रयागराज महाकुंभ में व्यवस्था की तैयारी पिछले लगभग एक साल से चल रही थी.इस पूरे क्षेत्र को 5 सेक्टर में बांटा गया है.विधि व्यवस्था समेत अन्य तरह के इंतजाम के लिए इस कुंभ क्षेत्र यानी प्रयागराज क्षेत्र को अलग जिला का दर्जा दिया गया है.14 जनवरी को अमृत स्नान होगा.
मंगलवार सुबह को सबसे पहले अब महानिर्वाणी अखाड़े को स्नान करने की अनुमति दी गई है.सबसे बड़ा अखाड़ा जूना अखाड़ा को अधिक समय मिला है.ऐसे सामान्य रूप से औसतन 40-40 मिनट सभी अखाड़ों को दिया गया है.कल 13 अखाड़े यहां पर इकट्ठा है.सबसे अंत में पंचायती निर्मल अखाड़े को स्नान करने का कार्यक्रम है. प्रयागराज महाकुंभ के बारे में कहा जा रहा है कि यह 144 साल बाद इस तरह का संयोग है.उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने व्यापक इंतजाम किए हैं.
प्रयागराज महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को होगा.अंतिम शाही स्नान 26 फरवरी को होगा.