नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सालाना कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा’ का भाभी आयोजन हुआ.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों को परीक्षा के तनाव से दूर रहने का अलग-अलग तरीका बताया है.
उन्होंने कहा की परीक्षा ही सब कुछ है ऐसा नहीं है इसलिए नियमित तैयारी के साथ परीक्षा में बैठने की जरूरत है सफलता और असफलता दोनों जीवन के अंग हैं असफलता केबाद बड़ी सफलता मिलती है. उन्होंने यह भी कहा कि नेतृत्व की क्षमता स्वयं विकसित करनी होती है किसीको लीडरशिप मनवाने का कोई तरीका नहीं होता अपने आप में टैलेंट को विकसित कर लोगों को लीडरशिप मनवाने के लिए प्रेरित किया जा सकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस वार्षिक कालक्रम परीक्षा पर चर्चा के लिए इस बार 3 करोड़ 60 लाख रजिस्ट्रेशन हुए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुलावतावरण में बच्चों से बात की और उनके आत्मबल को बढ़ाया. उन्होंने कहा की परीक्षा महत्वपूर्ण है. इसके लिए तनाव नहीं लेना है. लक्ष्य को निर्धारित कर उसे प्राप्त करने की ईमानदार कोशिश होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जीवन में संघर्ष करने से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए. कई बार रिजल्ट मनोनुकूल नहीं हो सकता है लेकिन उससे कभी भी घबराने की जरूरत नहीं है.