न्यूज़ डेस्क : छत्तीसगढ़ से यह ख़बर है। यहां एक दिल को रूला देने वाली घटना हुई है। प्रकृति से प्रेम की यह कहानी आपको भी रूला देगी।एक बूढ़ी से जुड़ी कहानी है। खैरागढ़ जिला के छुईखदान खंडई के मुख्यालय से सात किलोमीटर दूर सर्रागोंदी में एक पीपल का पेड़ अवैध रूप से काट दिया गया।
पीपल का यह पेड़ कोई 25 साल पहले लगा था।इसे 65 साल की उम्र में देवला बाई ने लगाया था।इस पेड़ की वह देखभाल करती थी।आज उसकी उम्र 90 साल है।उसे अपने पुत्र की तरह मानती थी।गांव वाले इसकी पूजा करते थे।जब इस वृद्ध को पता चला कि उसके द्वारा लगाया पीपल के पेड़ को काट दिया गया है तो वह भागते हुए वहां पहुंची।वह कटे पेड़ को पकड़ कर फूट फूटकर रोने लगी।लोग भी आक्रोशित हो गए।यह काम इमरान मेमन ने किया।यह पेड़ सरकारी जमीन पर लगा हुआ था। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
गांव वालों ने पीपल के पेड़ से पूजा अर्चना कर माफी मांगी। फिर वृद्ध महिला को समाझाया गया।उसी स्थान पर उसके हाथ से पीपल का पेड़ लगाया गया।यह वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है।













