रांची : सत्ता की कुर्सी पर बैठने वाली झारखंड की सबसे बड़ी कल्याणकारी योजना के रूप में हेमंत सरकार की मंईयां सम्मान योजना की राशि 8 मार्च को यानी महिला दिवस के मौके पर लाभुकों के खाते में जाएगी.जनवरी और फरवरी और मार्च महीने की यह किस्त होगी.सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है. सरकार के पास तर्क है कि इस योजना में बहुत सारे कुपात्र ने पैसे ले लिए.इसलिए धीरे-धीरे जब जांच हो रही है तो सच सामने आ रहा है.सरकार के आंकड़े के अनुसार अभी तक 1.20 लाख से अधिक नाम कट गए हैं.
लगभग 10 लाख 23 000 लाभुक जिन्होंने पैसे लिए हैं उनकी जांच चल रही है और शेष बचे लोगों को यह पैसा दिया जाएगा.सरकार के मंत्री लगातार कह रहे हैं की बहुत सारे अपात्र लोगों ने इस योजना का लाभ ले लिया है.धीरे-धीरे उनके नाम काटे जा रहे हैं.जांच के बाद सारा कुछ सामने आ रहा है.
इधर बहुत सारी महिलाओं के नाम भी कट गए हैं जो अपने को सही लाभुक बताने का दावा कर रही हैं.सरकार ने फिलहाल आगामी वित्तीय वर्ष के लिए 13 करोड़ 363 करोड रुपए का बजट प्रावधान कर रखा है.इसलिए सरकार इस चिंता से मुक्त है कि उसे पैसे का इंतजाम कहां से होगा.फिलहाल जो राशि दी जा रही है यानी 8 मार्च को जो किस्त जारी होगी,वह तो अनुपूरक बजट के माध्यम से सरकार के खजाने में उपलब्ध है.सरकार ने पहले ही 5000 करोड रुपए का इंतजाम अनुपूरक बजट के माध्यम से कर रखा है.यह वर्तमान वित्तीय वर्ष यानी 2024-25 के बजट का हिस्सा है.भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने यह आप सरकार पर लगाया है कि वह बहुत सारे लाभुकों को इस योजना की परिधि से बाहर कर दिया गया है.बजट में जो प्रावधान किया गया है वह भी बहुत कम है.सरकार पर भाजपा नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि अनमने ढंग से सरकारी योजना चल रही है.बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को सदन में इस संबंध में सवाल खड़े किए थे.