रांची – झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने नामांकन करना शुरू कर दिया है..सोमवार को गढ़वा में मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने विधानसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन का पर्चा भरा वही भवनाथपुर से अनंत प्रताप देव ने भी नामांकन का पर्चा भरा.नामांकन का पर्चा भरा जाना कोई खास बात नहीं लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अभी तक अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा विधिवत तरीके से नहीं की है.इसके पीछे क्या राज है.यह अलग बात है कि बाद में नामांकन पर्चा में पार्टी का सिंबल लगा दिया जाएगा.
आखिर ऐसा क्यों किया जा रहा है,यह समझ में नहीं आ रहा है.या तो यह हो सकता है कि पार्टी नेतृत्व ने सभी संभावित प्रत्याशियों को सिंबल दे दिया है और इसकी घोषणा नहीं की है.भारतीय जनता पार्टी ने इस पर सवाल खड़ा किया है.उसका कहना है कि विद्रोह की स्थिति ना उत्पन्न हो, इसलिए ऐसा किया गया है. सोमवार को गढ़वा और भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने नामांकन का पर्चा दाखिल किया.यहां चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी पहुंचे थे.
साथ ही यह भी कहा गया है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने गठबंधन के अन्य घटक दलों को उसकी औकात बता दी है.पार्टी के प्रदेश महामंत्री और राज्यसभा सांसद प्रदीप वर्मा ने कहा कि विद्रोह की संभावित आशंका की वजह से झारखंड मुक्ति मोर्चा ने यह कदम उठाया है.मालूम हो कि अभी राष्ट्रीय जनता दल कितनी सीट पर चुनाव लड़ेगा, यह घोषित नहीं हो पाया है.ऐसे में समझा जा सकता है कि गठबंधन के अंदर कितना अंतरविरोध है.उधर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता विनोद पांडे ने कहा है कि सब कुछ जल्द सामने आ जाएगा.











