नई दिल्ली | 25 अप्रैल 2025
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा कदम उठाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस हमले में 25 भारतीय पर्यटकों और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। अब भारत ने इस हमले को 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला करार देते हुए, पाकिस्तान को स्पष्ट रूप से इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।
🛂 पाक नागरिकों के वीजा होंगे रद्द
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ आपात बैठक की। उन्होंने निर्देश दिए कि राज्यों में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों की तत्काल पहचान की जाए और उनकी सूची केंद्र को भेजी जाए।
गृह मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि 27 अप्रैल 2025 से सभी पाकिस्तानी वीजा रद्द कर दिए जाएंगे, केवल मेडिकल वीजा 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे।
🚨 राज्यों को अलर्ट पर रखा गया
गृह मंत्री शाह ने राज्य सरकारों को इस काम को “सर्वोच्च प्राथमिकता” पर करने को कहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। देश की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए, सभी पाक नागरिकों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
💥 भारत की जवाबी कार्रवाई में तेज़ी
भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ निम्नलिखित सख्त कदम उठाए हैं:
सिंधु जल समझौता निलंबित
अटारी-वाघा बॉर्डर सील
नई दिल्ली स्थित पाक सैन्य सलाहकार निष्कासित
सभी वीजा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू
राजनयिक संबंधों में कटौती — भारतीय उच्चायोग स्टाफ 55 से घटाकर 30 किया गया
इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है और सभी व्यापारिक संबंध निलंबित कर दिए हैं। पाकिस्तान ने इन कदमों को “युद्ध की कार्रवाई” बताया है।
🔥 पीएम मोदी का कड़ा संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मधुबनी की जनसभा में कहा,
“हमले के दोषियों और उनके समर्थकों को ऐसी सजा दी जाएगी जो कल्पना से परे होगी। भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी तरह की नरमी नहीं बरतेगा।”
🏛️ विपक्ष का समर्थन
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने पहलगाम हमले की निंदा की है और सरकार के फैसलों का समर्थन किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि “आतंकवाद के खिलाफ देश को एकजुट रहना चाहिए।” पार्टी ने 25 अप्रैल को देशभर में कैंडललाइट मार्च आयोजित करने का ऐलान किया।
🌍 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
फ्रांस, अमेरिका और ब्रिटेन ने हमले की कड़ी निंदा की है।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने भारत के साथ एकजुटता जताई।
अमेरिका ने जम्मू-कश्मीर के लिए “यात्रा न करने” की चेतावनी जारी की।
🧭 आने वाले दिन तनावपूर्ण
भारत सरकार के कड़े रुख से यह स्पष्ट है कि आतंकवाद के खिलाफ अब कोई समझौता नहीं होगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों में और गिरावट आ सकती है।