डेस्क : भारतीय फ़िल्म जगत का वह नाम जिसे लोग कभी भुला नहीं सकेंगे वह है ग्रेट शो मैन राज कपूर ने बॉलीवुड में जो दिया वह अविस्मरणीय है और अतुलनीय है. राज कपूर ने अपनी फिल्म में प्रेम को प्रमुखता दी और अभिनेत्री को बहुत ही अलग अंदाज में पेश किया.
उनकी फिल्मों में समाजवाद के विचार भी महसूस होते थे.राज कपूर समय से आगे की सोच रखते थे आज राज कपूर के बताए रास्ते पर भारत की फिल्म इंडस्ट्री चल रही है.बॉलीवुड से लेकर दक्षिण भारत की फिल्मों में भी प्रेम का वह अंदाज पेश किया जाता रहा है जिसे दशकों पूर्व राज कपूर ने बेबाक अंदाज में पेश किया था.राज कपूर का फिल्मी करियर वैसे तो 25-26 साल की उम्र में तेजी से आगे बढ़ा.लेकिन उन्हें एक स्थापित अभिनेता के रूप में बरसात और आवारा फिल्म के बाद जाना जाने लगा.अभिनय कला में भी उनका अद्भुत अंदाज लोगों को बहुत ही भाता था. राज कपूर ने नरगिस के अलावा मधुबाला के साथ बहुत सारी फिल्में की थीं.नरगिस के साथ उनके संबंध की चर्चा आज भी होती है निर्देशन के क्षेत्र में भी राज कपूर ने बड़े ही उदाहरण पेश किया उनके द्वारा निर्देशित फिल्म का अंदाज ही अलग होता था सामाजिक विषयों को लेकर उनकी फिल्में रूमानी अंदाज में पेश की जाती थी.
उनकी फिल्मों में प्रसिद्ध गायक कलाकार मुकेश ने खूब गाने गाए.लता मंगेशकर को वह बहन मानते थे.उनकी फिल्में खूबसूरत आवाज से गाए हुए गीतों से सुसज्जित रहती थीं.यही कारण है कि उनकी फिल्मों को लोग आज भी देखना पसंद करते हैं.राज कपूर का निधन 1988 में मात्र 63 साल की उम्र में हो गया.आज उनकी जन्म जयंती है. सौंपी सालगिरह है.1924 में 14 दिसंबर को पेशावर में उनका जन्म हुआ था.पेशावर आज पाकिस्तान में है.राज कपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर को भी एक गंभीर अभिनेता माना जाता था.राज कपूर को फिल्मों में मौका देने का काम केदार शर्मा ने किया.नए लोगों को फिल्मों में जगह देने की भी सोच राज कपूर की रही थी.हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कपूर फैमिली के सदस्य मिले थे.राज कपूर की सौंपी सालगिरह के कार्यक्रम पर उनसे चर्चा हुई.