गढ़वा: जिले में अवैध शराब बनाने का धंधा तेज है. ग्रामीण इलाकों में कई ऐसी ही भट्ठियां हैं जहां अवैध तरीके से महुआ शराब का निर्माण होता है. बहुत कुछ का पता तो पुलिस को रहता है और उसके कथित संरक्षण में यह धंधा फलता फूलता रहता है.बहुत सारी भट्ठियों की जानकारी नहीं होती है. यह शराब जहरीली साबित हो जाती है और लोगों की मौत हो जाती है.पुलिस की कथित .कभी कभार पुलिस छापेमारी कर अपने दायित्व को पूरा करने का दावा कर लेती है. जानिए एक ताजा मामला.
गढ़वा जिले में कई स्थानों पर अवैध तरीके से शराब बनाने खासतौर पर महुआ शराब बनाने का धंधा चल रहा है. कुछ सूचना पर कार्रवाई होती है.एक सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की तो मामला सामने आया. जिले के मेराल थाना की पुलिस एवं उत्पाद विभाग द्वारा दुलदुलवा गांव में अवैध महुआ शराब के विरुद्ध सघन छापामारी अभियान चलाया गया. कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. इसी गांव के मोहन कुमार कहते हैं कि जिले के कई गांव में अवैध तरीके से महुआ शराब बनाने का धंधा चल रहा है. कुछ के खिलाफ कार्रवाई होती है. पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम काम ठीक से करे तो यह अवैध धंधा बंद हो सकता है.
*छापेमारी में और क्या कुछ सामने आया*
छापेमारी में बहुत सारा मामला सामने आ गया. दर्जनों शराब भट्टी को पुलिस ने मौके पर नष्ट कर दिया. आधे दर्जन से अधिक भट्टी ध्वस्त किए गए.थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने बताया कि उत्पाद विभाग एवं थाना पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से अवैध शराब के विरुद्ध छापेमारी अभियान चलाई गई जिसमें दुलदुलवा गांव के कई घरों एवं जंगली क्षेत्र में अवैध रूप से चलाए जा रहे दर्जनो शराब भट्टी तथा 25 क्विंटल तैयार जावा महुआ को पुलिस ने मौके पर नष्ट कर दिया.इस छापेमारी के दौरान 250 लीटर देसी शराब बरामद किए गए .उन्होंने बताया कि उत्पाद विभाग द्वारा इस कारोबार में संलिप्त कुंदन गुप्ता , केदार साव , उपेंद्र गुप्ता , अखिलेश चंद्रवंशी , अरुण गुप्ता तथा अरविंद गुप्ता उर्फ राजा पर कार्रवाई की गई है.थाना प्रभारी के अनुसार अवैध शराब कारोबार में संलिप्त अन्य लोगों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने यह काम तो कर दिया लेकिन सूत्र बताते हैं कि इसी थाना क्षेत्र में कई अन्य स्थानों पर अवैध तरीके से महुआ शराब बनाया जाता है.