रांची: झारखंड में शराब का बड़ा कारोबार है. इस कारोबार पर बड़ा दांव भी खेला जाता है. झारखंड में शराब वितरण और दुकान का संचालन के लिए अलग-अलग वेंडर्स हैं. दुकानों को चलाने वाली वेबेल कंपनी है. इसके खिलाफ झारखंड के उत्पाद मंत्री योगेंद्र प्रसाद भड़क गए हैं. कंपनी के ऊपर सरकार का बकाया पैसा है.
पैसा नहीं जमा करने के कारण शराब दुकान चलाने वाली कंपनी वेबेल कंपनी की 5.49 करोड़ की बैंक गारंटी जब्त कर ली गई है. कंपनी को काली सूची में डालने को कहा गया है. पैसा वसूली के लिए ज़रूरत पड़े तो सर्टिफिकेट केस करने का आदेश दिया गया है.
दरअसल सरकार के आय का एक बड़ा स्रोत शराब की बिक्री से आमदनी है. राजस्व का यह एक बड़ा स्रोत है. फिलहाल सरकार को पैसे की जरूरत है. उसे मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों को मासिक सहायता राशि देने के कारण खजाना पर बड़ा भार बढ़ गया है. सरकार सभी ऐसे विभाग से पैसे वसूल रही है जिनके पास बकाया है.इस वेबेल कंपनी पर उत्पाद विभाग का 15.24 करोड़ रुपए बकाया है.बैंक गारंटी जब्त करने के बाद भी कंपनी पर 9.75 करोड़ रुपए का बकाया रह गया है.