डुमरी : डुमरी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों की ओर से प्रचार-प्रसार जारी है. वहीं दूसरी ओर AIMIM के उम्मीदवार के लिए असदुद्दीन ओवैसी प्रचार कर वोट मांगे हैं.इसको लेकर ओवैसी आज डुमरी केवी हाई स्कूल ग्राउंड में रैली में सभा को संबोधित करते हुए जीत का दावा किया.
बता दें कि एआईएमआईएम ने डुमरी उपचुनाव के लिए मोहम्मद अब्दुल मोबिन रिजवी को चुनावी मैदान में उतारा है. हालांकि मुख्य मुकाबला यूपीए और एनडीए के बीच माना जा रहा है.गौरतलब है कि अप्रैल में पूर्व शिक्षा मंत्री सह झामुमो के विधायक जगरनाथ महतो के निधन के कारण उपचुनाव की जरूरत पड़ी है.उपचुनाव के लिए मतदान पांच सितंबर को होगा और वोटों की गिनती आठ सितंबर को होगी..सत्तापक्ष की ओर से झारखंड के मुख्यमंत्री,मंत्री और विधायक खुद मोर्चा संभाल रहे हैं. झामुमो और कांग्रेस के मंत्रियों का लगातार दौरा चल रहा है और कई सभा भी की जा रही है.बता दें कि पूरे विधानसभा क्षेत्र के प्रखंड और पंचायत के अनुसार जोन में बांट कर मंत्रियों और विधायकों को जिम्मा दिया गया है. जेएमएम प्रत्याशी बेबी देवी के पक्ष में मंत्री हफीजुल हसन, विधायक अनूप सिंह, सुदिव्य कुमार सोनू, डॉ सरफराज अहमद जैसे नेता लगातार डुमरी में कैंप कर रहे हैं और जनता को तमाम बातों से अवगत करवा रहे है कि आखिर बेबी देवी जीत कर जनता के लिए क्या क्या काम करेंगी.
एनडीए प्रत्याशी यशोदा देवी के पक्ष में बाबूलाल मरांडी और सुदेश महतो मोर्चा संभाला हुआ है . बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी डुमरी में दो सभाएं कर चुके हैं और आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो डुमरी में लगातार कैंप कर रहे हैं.बता दें कि बीजेपी के आदित्य साहू डुमरी उपचुनाव के प्रभारी बनाये गये हैं. विधायक बिरंची नारायण,ढुल्लू महतो ,डॉ नीरा यादव सहित पार्टी के विधायक और नेता डटे हुए है.हालांकि असदुद्दीन ओवैसी ने सभा को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम के पक्ष में वोट देने की अपील की है. माना जा रहा है कि असदुद्दीन ओवैसी के आने से बदलाव जरूर देखने को मिलेगा. लेकिन सूत्र बताते हैं कि डुमरी उपचुनाव को लेकर अल्पसंख्यक वोटर जेएमएम के समर्थन में हैं.अब असदुद्दीन ओवैसी के डुमरी में आने से क्या बदलाव होता है, यह आने वाला वक्त बताएगा लेकिन इतना तय है कि डुमरी उपचुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है.