रांची, 16 अप्रैल 2025 (वेब डेस्क):
नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा आरोप पत्र दाखिल किए जाने के विरोध में आज रांची में कांग्रेस पार्टी ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता रांची स्थित ईडी कार्यालय के बाहर दोपहर 12:30 बजे जुटे।
इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने किया। उन्होंने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर ईडी जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि,
“सोनिया गांधी और राहुल गांधी संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार उन्हें झूठे मामलों में फंसाकर दबाना चाहती है।”
🔎 क्या है पूरा मामला?
प्रवर्तन निदेशालय ने 988 करोड़ रुपये की कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के खिलाफ दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में मंगलवार को पहली चार्जशीट दाखिल की है। कोर्ट ने इस केस में ईडी से केस डायरी की मांग की है और अगली सुनवाई की तारीख 25 अप्रैल 2025 तय की गई है।
कांग्रेस ने इस चार्जशीट को “राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित” बताते हुए विरोध दर्ज कराया और देशभर में प्रदर्शन की घोषणा की। रांची में इसका सीधा असर देखने को मिला, जहां बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने नारेबाज़ी करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला।
🗣️ नेताओं का क्या कहना है?
राजेश ठाकुर के साथ कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। सभी नेताओं ने ईडी की कार्रवाई को “जनविरोधी” और “लोकतंत्र के खिलाफ” बताया।
राजेश ठाकुर ने कहा:
“जब-जब विपक्ष मजबूत होता है, भाजपा ईडी और सीबीआई जैसे हथियारों का इस्तेमाल करने लगती है।”