न्यूज़ डेस्क : भारत का चंद्रयान-3 चांद के बहुत करीब पहुंच गया है. यह मात्र 25 किलोमीटर की दूरी पर है. फाइनल डी बूस्टिंग के बाद अब उसकी सॉफ्ट लैंडिंग का इंतजार हो रहा है. 20 अगस्त की मध्य रात्रि में इसकी सफलतापूर्वक डी बूस्टिंग हो गई.23 अगस्त को यह चांद पर कदम रखेगा.
पिछले 14 जुलाई को चंद्रयान 3 इसरो के प्रक्षेपण स्थल से चांद के सफर पर रवाना हुआ. पिछले 17 अगस्त को प्रोपल्शन मॉड्यूल को छोड़कर आगे बढ़ गया था. इस क्रम में chandrayaan-3 अपने अंतिम चरण में पहुंच गया. सारी प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है.
इसरो की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार chandrayaan-3 की गति धीमी कर दी गई है ताकि वह चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर सके. चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह की तस्वीर भी भेजी है जो अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के लिए उत्साह वर्धन कर रही है.
रूस का लूना-25 भटक गया रास्ता
भारत के chandrayaan-3 से पहले पहुंचने की कोशिश में रूस को झटका लगा है.इसका लूना 25 रास्ता भटक गया है. तकनीकी खराबी की वजह से वह अब रास्ता नहीं बदल सकेगा. चंद्रयान – 3 का लैंडर जो विक्रम के नाम से जाना जा रहा है, वह उल्टी दिशा में घूम रहा है यानी रिट्रोफायरिंग फेज में है. यह धीरे-धीरे गति को कम कर उपयुक्त स्थान पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. इसरो के वैज्ञानिकों के अनुसार चांद की सतह पर सही स्थान पर इसकी लैंडिंग कराने का प्रयास होगा. यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य है. चंद्रयान-3 ने फाइनल डीबूस्टिंग सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है.