रांची : बिहार विधानसभा चुनाव के साथ झारखंड की घाटशिला सीट पर भी उप चुनाव हो रहा है। यहां 11 नवंबर को मतदान होना है। बुधवार को दो प्रमुख गठबंधन ने प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी। हमने यानी PostNxt ने पहले ही बता दिया था कि होना क्या है। कुछ सोशल मीडिया पर अलग ही चल रहा था। परंतु, हमने सबसे पहले अपने पाठकों को सही जानकारी दी।

दो दिन पहले भी यह कह दिया गया था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की यह सीट है और इस सीट पर स्वर्गीय रामदास सोरेन के ज्येष्ठ पुत्र सोमेश चंद्र सोरेन चुनाव लड़ेंगे। वही हुआ 15 अक्टूबर यानी आज झारखंड मुक्ति मोर्चा की केंद्रीय समिति की बैठक में इस पर मुहर लग गई। वैसे दो दिन पूर्व झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने साफ कह दिया कि घाटशिला विधानसभा सीट पर स्वर्गीय रामदास सोरेन के परिवार के सदस्य चुनाव लड़ेंगे।
वहीं भाजपा की ओर से आज प्रत्याशी की घोषणा कर दी गई। बाबूलाल सोरेन को टिकट मिलना तय था। बाबूलाल सोरेन पिछला विधानसभा आम चुनाव लड़े थे पर रामदास सोरेन से हार गए थे। रामदास सोरेन के असामयिक निधन की वजह से यह सीट खाली हुई है और इस पर उप चुनाव हो रहा है। बाबूलाल सोरेन अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के साथ पिछले साल 30 अगस्त को भाजपा में शामिल हुए थे।
वैसे इस सीट पर उप चुनाव रोचक होने जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी पूरी ताकत से इस सीट पर चुनाव लड़ रही है। सत्ता पक्ष होने के कारण झारखंड मुक्ति मोर्चा और उनके अन्य साथी घटक दल भी ताकत लगाएंगे। यहां पर रामदास सोरेन के नाम की चर्चा भी होगी। सेंटिमेंट भी उभरेंगे।इसका लाभ झामुमो प्रत्याशी को मिल सकता है।
दूसरी तरफ भाजपा और उनके घटक दल हेमंत सरकार की कथित असफलता की टोकरी लेकर मैदान में उतरेंगे। हेमंत सरकार को घेरने के सारे उपक्रम किए जाएंगे।विधि व्यवस्था का मामला उठेगा। सूर्या हांसदा एनकाउंटर का मामला भी उछाला जाएगा।इस तरह से यह मुकाबला रोचक होने वाला है। घाटशिला विधानसभा सीट पर 255823 मतदाता हैं। यहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक है। बहरहाल, चुनाव प्रचार में अब














