रांची : झारखंड में भाजपा का संगठन पर्व तेज पकड़ लिया है। संगठन कार्य में उल्लेखनीय तेजी के पीछे प्रदेश चुनाव प्रभारी की बड़ी भूमिका है। डॉ प्रदीप वर्मा प्रदेश चुनाव प्रभारी हैं।डॉ प्रदीप वर्मा ने कहा कि संगठन पर्व के तहत प्रदेश के सभी जिलों में स्थित मंडल के अध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के संविधान के अनुसार सभी जिलों के जिला चुनाव अधिकारी और पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में मंडल अध्यक्षों की सूची को घोषित किए जाने की प्रक्रिया चल रही है।
उन्होंने आगे कहा कि दो दिनों में 519 मंडलों में से 279 मंडल अध्यक्षों की घोषणा पार्टी की सांगठनिक दक्षता ,शुचिता और पारदर्शिता को उजागर करती है। प्रदीप वर्मा कि आगामी 16 दिसंबर तक शेष मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया भी विधिवत पूरी कर ली जाएगी।
उन्होंने सोशल मीडिया में मंडल अध्यक्षों की चल रही सूची को फेक और फैब्रिकेटेड बताया । उन्होंने कहा कि पार्टी विरोधी लोग कार्यकर्ताओं को दिग्भ्रमित कर रहे हैं।उन्होंने रांची महानगर,रांची ग्रामीण,लातेहार,लोहरदगा,पलामू,गढ़वा, पश्चिमी सिंहभूम,सरायकेला खरसावां,चतरा,हजारीबाग,दुमका,रामगढ़,गिरिडीह, बोकारो,धनबाद ग्रामीण, जामताड़ा,देवघर, पाकुड़,साहेबगंज,कोडरमा जिले के घोषित मंडल अध्यक्षों की अधिकृत सूची जारी की।
प्रदीप वर्मा ने कहा कि मंडल अध्यक्षों के नाम की पूरी घोषणा के बाद जिला अध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होगी। उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा।
पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि झारखंड को एक अच्छे नेतृत्व की जरूरत है। संगठन को धार देने वाले अध्यक्ष की जरूरत है। कार्यकर्ताओं को लेकर चलने वाला अध्यक्ष चाहिए। यस मैन से नुकसान होगा।
पिछले विधानसभा चुनाव के बाद से कार्यकर्ताओं में निराशा भाव देखा जा रहा है। बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में पार्टी अच्छा नहीं कर पाई। कुछ माह पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष बने आदित्य साहू भी जलवा नहीं दिखा पा रहे हैं। वे अपने लोगों से घिरे पड़े हैं।
सूत्रों के अनुसार भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व झारखंड भाजपा के लिए चेहरे की तलाश कर रहा है। पार्टी ने बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है। इससे संकेत मिलता है कि पार्टी तुलनात्मक रूप से युवा चेहरे को तरजीह दे सकती है।
अब देखना होगा कि भाजपा झारखंड में भाजपा की ताक़त बढ़ाने के लिए क्या प्रयास करती है। तेज तर्रार व्यक्ति को प्रदेश अध्यक्ष बनाती है या फिर प्रणाम सर, प्रणाम सर करने वाले को।














