रांची : झारखंड की हेमंत सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट सदन में पेश हुआ. बजट में समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग को सबसे अधिक राशि आवंटित की गई है. मंईंया सम्मान योजना के लिए सरकार ने 13363 करोड़ रुपए का इंतजाम किया है.
भाजपा की ओर से प्रतिक्रिया आई है. प्रदेश अध्यक्ष और विधायक बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह बजट घिसा पिटा बजट है. इसमें कोई उत्साहजनक प्रावधान नहीं किया गया है.निराशाजनक बजट कहा जाएगा.
झारखंड भाजपा के महामंत्री और राज्यसभा सांसद प्रदीप वर्मा ने बजट को दिशाहीन बताया. उन्होंने कहा कि किसान, युवा के लिए किसी प्रकार का प्रत्यक्ष प्रावधान नहीं किया गया है. इस बजट से राज्य के लोगों को निराशा हुई है. सरकार ने अपना चुनावी वादा भी पूरा करने का कोई संकेत नहीं दिया है. प्रदीप वर्मा ने कहा कि झारखंड में मंईयां सम्मान योजना के लिए जो राशि का आंकलन किया गया है,वह भी अपर्याप्त है. इसका अर्थ है कि हेमंत सरकार जैसे तैसे यह योजना चला रही है. भविष्य में यह बंद भी कर सकती है.
झारखंड भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि यह बजट सिर्फ आंकड़ों का खेल है. इस बजट में साफ पता चलता है कि यह गठबंधन सरकार चुनावी वादे हैं दूर भाग रही है.
प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में पूर्व विधायक और प्रवक्ता अमित मंडल ने कहा कि यह बजट वित्तीय प्रबंधन की खामियों को भी दर्शाता है.मंईयां सम्मान योजना के लिए जितनी राशि का प्रावधान किया गया है वह लाभुकों की संख्या से कम है.
कांग्रेस और झामुमो ने बजट की तारीफ की है.झामुमो विधायक कल्पना सोरेन ने कहा कि यह बजट महिलाओं के सम्मान का बजट है.हेमंत सरकार ने इस बजट में सभी वर्ग का ख्याल रखा है.मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि बिना किसी तरह का बोझ डाले यह बजट लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाएगा.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने बजट की तारीफ करते हुए कहा कि यह अबुआ सरकार की परिकल्पना का बजट है. महिला सशक्तिकरण के नाम से इस बजट को जाना जाएगा. कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने कहा कि झारखंड का यह सबसे बेहतरीन बजट माना जाएगा.इस बजट में गठबंधन सरकार की प्राथमिकताओं को परिलक्षित किया गया है.