रांची : चाईबासा में एक बड़ी घटना हुई है। यहां एक ख़तरनाक रास्ते में नो इंट्री लगाने की मांग कर रहे आदिवासी समाज के लोगों पर लाठीचार्ज किया गया है। इसमें कई लोग घायल हुए हैं। कई लोग गायब हैं। भाजपा ने इस बर्बरता के खिलाफ चाईबासा और सरायकेला खरसावां 29 अक्टूबर को बंद बुलाया है। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य साहू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार आदिवासी विरोधी है।उस पर अत्याचार कर रही है।यह सड़क खतरनाक है जिनमें दुर्घटना में कई लोगों की मौत हो चुकी है।इसलिए स्थानीय लोग इधर नो एंट्री की मांग कर रहे थे।इसी पर पुलिस ने आंदोलन कर रहे आदिवासी समाज के लोगों पर लाठीचार्ज किया। अनेक लोग घायल हैं।बहुत सारे लोग गायब हैं।
आजसू ने सोमवार को चाईबासा में हुए पुलिसिया दमन तथा 21 लोगों की गिरफ्तारी के विरोध में आहूत कोल्हान बंद (पूर्वी सिंहभूम छोड़कर) का समर्थन करने की घोषणा की है। आजसू ने आदिवासी आंदोलनकारियों पर लाठी चार्ज, आंसू गैस और गिरफ्तारी की तीखी निंदा की है और आरोप लगाया है कि राज्य में झामुमो–कांग्रेस की सरकार लगातार आदिवासी–मूलवासी जनता का दमन करने में जुटी है। 
आजसू के मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत ने कहा कि हेमंत सरकार के कार्यकाल में आदिवासी–मूलवासी जनता का लगातार दमन किया जा रहा है। वर्तमान राज्य सरकार का आदिवासी–मूलवासी विरोधी चरित्र सामने आ चुका है।
डॉ भगत ने कहा कि भोगनाडीह में हूल दिवस पर सिदो–कान्हु के वंशजों पर लाठी चली। गोड्डा में सामाजिक कार्यकर्ता सूर्या हांसदा का एनकाउंटर कर दिया गया। रांची में सरना स्थल की रक्षा के लिए आंदोलनरत लोगों पर लाठियां चलाई गईं।
डॉ भगत ने कहा कि हेमंत सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ आजसू चुप नहीं बैठेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में माफिया तत्व बालू, कोयला तथा अन्य खनिजों का अवैध खनन और परिवहन खुलेआम कर रहे हैं।
डॉ भगत ने कहा कि चाईबासा में भारी वाहनों के प्रवेश से आम जनता त्रस्त है। पहले वाहनों का प्रवेश बंद था, लेकिन झामुमो–कांग्रेस के इशारे पर फिर से शुरू हो गया।











