*आजसू का तीन दिवसीय केंद्रीय महाधिवेशन शुरू,सभी राजनीतिक दलों को किया गया आमंत्रित*
रांची – आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए सभी दल अभी से संगठन मजबूत करने में जुटे हुए हैं. इसी क्रम में आजसू पार्टी भी रांची में महाधिवेशन कर रही है. तीन दिवसीय महाधिवेशन की शुरुआत हुई है, जो 1 अक्टूबर तक चलेगी.
झारखंड के विकास और चुनौतियों के लिए सम्मेलन- आजसू
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि’सम्मेलन के दौरान झारखंड की चुनौतियों और ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.इसके साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, शिक्षाविद, सामाजिक कार्यकर्ता और विशेषज्ञ इस चर्चा में भाग लेंगे. उनके विचारों को सुना जाएगा और विभिन्न मंचों रखा जाएगा ताकि एक नए और विकसित झारखंड का खाका तैयार किया जा सके.
*तीन दिन में कौन कौन से होंगे कार्यक्रम*
29सितम्बर
आजसू की ओर से केंद्रीय महाधिवेशन का आयोजन किया गया है,आज यानी पहले दिन आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने उद्घाटन कर सभा को संबोधित करते हुए तमाम कार्यकर्ताओं को आज यू का उद्देश्य बताते हुए कहा कि जिस तरीके से राज्य में कौन कौन से ज्वलंत मुद्दे हैं और राज्य को किस तरीके से और सुधार करने की जरूरत है.इसको लेकर उन्होंने अपनी बातों को जनता के समक्ष रखी है.पहले दिन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया.
30सितंबर
29 सितंबर को प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के बाद 30 सितंबर को मैराथन मंथन होगा.दरअसल 30 सितंबर को कई मुद्दों को लेकर चर्चाएं होंगी और चर्चाएं निष्कर्ष तक निकले इसको लेकर लगातार तमाम मुद्दों पर फोकस किया जाएगा, क्योंकि इस बार कई मुद्दों को लेकर चर्चा करेंगे.जैसे राज्य में कई ऐसे ज्वलंत मुद्दे हैं और उस मुद्दे को किस तरीके से ठीक किया जाए, साथ ही राज्य में कई चुनौतियां है उसे चुनौतियों को कैसे टैकल किया जाए, इसको लेकर एक रणनीति बनाई जाएगी.
1 अक्टूबर
1 अक्टूबर को राजनीतिक प्रस्ताव और जनसभा होगी. पहली बार ऐसा हो रहा है कि किसी राजनीतिक मंच पर दूसरे राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया गया है और उन राजनीतिक दलों से सलाह मशविरा किया जाएगा कि आखिर झारखंड को विकास को लेकर क्या करना चाहिए .
*झारखंड के नवनिर्माण का होगा संकल्प*
आजसू की ओर से हो रहे केंद्रीय महाधिवेशन को लेकर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने पहले ही मीडिया से मुखातिब होते हुए कह दिया था कि इस महाधिवेशन में झारखंड नवनिर्माण का संकल्प समागम होगा. इसका उद्देश्य है कि राज्य के निर्माण में जिनका योगदान है,उन आंदोलनकारियों को सम्मानित करना और अलग-अलग क्षेत्र से आए विशेषज्ञों को एकत्रित कर उनकी सलाह लेकर एक बेहतर झारखंड के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करना.(करिश्मा)