*किन शर्तों पर हड़ताल नहीं करने को तैयार हुआ पावर वर्कर्स यूनियन, जानिए*
रांची – झारखंड में बिजली व्यवस्था की आपूर्ति और रखरखाव का काम करने वाले पावर वर्कर्स यूनियन के लोग बड़े गुस्से में थे. तय कर लिया था कि 26 सितंबर से भूख हड़ताल कर देंगे. यूनियन को झारखंड बिजली वितरण निगम के प्रबंधन से शिकायत थी कि मांगों के प्रति निगम संवेदनशील नहीं है.पूर्व में भी इन मांगों को लेकर कई बार आंदोलन किए गए लेकिन प्रबंधन आश्वासन से आगे नहीं बढ़ पाया.
*इस बार बिजली वितरण निगम से कैसे संतुष्ट हो गया यूनियन*
26 सितंबर से एक बार फिर पावर वर्कर यूनियन की हड़ताल के मद्देनजर बिजली वितरण निगम ने वार्ता के लिए बुलाया. यूनियन के पंच प्रतिनिधि पहुंचे. बिजली वितरण निगम के मुख्यालय में वार्ता हुई यूनियन के पदाधिकारी संतुष्ट हो गए 7 दिन का समय निगम ने लिया है निगम प्रबंधन यूनियन की 18 मांगो पर सहानुभूति पूर्वक विचार करेगा.कुछ मांगों पर एक तरह से सहमति बन गई है. इसलिए यूनियन ने हड़ताल पर नहीं जाने का निर्णय लिया है. इस यूनियन के अंतर्गत 2000 कर्मचारी हैं जो बिजली आपूर्ति और रखरखाव का काम करते हैं. उनके हड़ताल पर चले जाने से बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा सकती थी.