बोकारो के समीर की मौत पर तमिलनाडु सरकार के खिलाफ क्यों हुई नारेबाजी
रांची: बोकारो जिले के कसमार थाना क्षेत्र के रहने वाले समीर कुमार की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई है. वह असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित करुणा इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी में काम करते थे. हाल ही में उन्होंने इस नौकरी में योगदान दिया था. शिक्षक दिवस के मौके पर पहले सुबह उनका सब एक फंदे से झूलता हुआ.
*परिजनों का क्या है आरोप*
समीर कुमार अभी हाल तक रांची में काम कर रहे थे.10 अगस्त को उन्होंने इस्तीफा दिया था.14 अगस्त को उन्होंने कोयंबटूर के करुणा इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी में योगदान दिया था. वह हॉस्टल का वार्डन भी था.सब कुछ अच्छा चल रहा था लेकिन अचानक क्या हुआ कि समीर कुमार की मौत हो गई. संस्थान के प्रबंधन ने समीर के परिजनों को सूचना दी की समीर का शव फंदे से झूलता हुआ मिला है. उन्होंने खुदकुशी कर ली है. परिजनों को जो तस्वीर मिली,उससे यह बात हजम नहीं हो रही है. समीर काफी खुश मिजाज लड़का था.जो तस्वीर मिली है, उससे यह लग रहा है कि किसी ने उसकी कथित रूप से हत्या कर शव को फंदे से लटका दिया है.
*शव को देख परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे*
जैसे ही समीर कुमार का शव रांची आया तो उनके परिजन और शुभचिंतकों में शोक की लहर फैल गई. दहाड़ मार कर सभी लोग रोने लगे. मित्र और अन्य रिश्तेदार राजभवन के समीप पहुंचकर मौत की सीबीआई जांच करने की मांग राज्यपाल से करने लगे.
*तमिलनाडु और संबंधित संस्थान पर बड़ा आरोप*
समीर की मां का आरोप है कि जिस संस्थान में वह नौकरी कर रहा था वहां क्रिश्चियन का दबदबा है और सनातन धर्म के आचरण से उन लोगों को आपत्ति थी. समीर मंगलवारी व्रत करता था और टीका भी लगाता था. जिस पर उस संस्थान के फैकल्टी या अन्य स्टाफ कमेंट करते थे. समीर की मां का सीधा आरोप है कि इन्हीं लोगों ने मार कर शव को लटका दिया.
झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से गुहार लगाते हुए परिजनों ने इस मौत की सीबीआई जांच की मांग की है. राज भवन के समीप समीर के रिश्तेदार और उनके दोस्तों ने शव के साथ तमिलनाडु सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.
तमिलनाडु सरकार में मंत्री और वहां के मुख्यमंत्री के सुपुत्र उदय निधि स्टालिन ने सनातन धर्म के बारे में बेहद आपत्तिजनक बयान पिछले दिनों दिया है. इसको लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. उदय निधि स्टालिन ने सनातन धर्म को डेंगू,मलेरिया बताकर इसके खात्मे की बात कही है. इस बयान को लेकर काफी लोग गुस्से में हैं. भाजपा के लोगों ने तो गुस्सा जाहिर किया ही है उधर विभिन्न धार्मिक संगठनों ने भी उदय निधि स्टालिन के बयान की कड़ी निंदा की है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी उदय निधि के बयान की आलोचना की और कहा कि सभी को एक दूसरे के धर्म का सम्मान करना चाहिए. इस मौत के पीछे साजिश की बू आ रही है.