• About us
  • Contact Us
  • Advertise with us
Newsletter
Post Next
  • झारखंड
  • राजनितिक
  • देश
  • विदेश
  • शिक्षा
  • बिज़नेस
  • खेल
  • मनोरंजन
No Result
View All Result
Post Next
  • झारखंड
  • राजनितिक
  • देश
  • विदेश
  • शिक्षा
  • बिज़नेस
  • खेल
  • मनोरंजन
No Result
View All Result
PostNxt - Breaking News | Live
No Result
View All Result
Home झारखंड

ऐसे ही नहीं लाखों लोगों की आवाज थे गुरुजी शिबू सोरेन

August 4, 2025
189
SHARES
1.5k
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterWhatsapp

रांची : झारखंड ही नहीं देश के आदिवासी समाज के बड़े नेता थे  शिबू सोरेन।झारखंड की राजनीति में चार दशक से अधिक समय तक ध्रुव तारा की तरह चमकते रहे गुरुजी का निधन हो गया. गुरूजी का शुरुआती जीवन संघर्षों से भरा रहा. 11 जनवरी 1944 को गोला प्रखंड के नेमरा गांव में सोबरन सोरेन के घर जन्मे शिबू सोरेन को बचपन में प्यार से शिवलाल कहकर पुकारा जाता था. लेकिन उनकी प्रारंभिक शिक्षा शिवचरण मांझी के नाम से हुई. शिवचरण के नाम से उन्होंने 1972 में पहली बार जरीडीह से विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था. उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही प्राइमरी स्कूल में हुई. फिर गोला प्रखंड में मौजूद राज्य संपोषित हाई स्कूल में उनके पिता ने नामांकन कराया. जहां आदिवासी छात्रावास में रहकर उन्होंने पढ़ाई को जारी रखा.

महाजनी प्रथा के खिलाफ संघर्षरत रहे

जब उनकी उम्र महज 13 साल थी, तभी एक घटना ने किशोर शिबू सोरेन के जीवन को बदल कर रख दिया. तारीख- 27 नवंबर 1957, जब उन्हें सूचना मिली कि उनके पिता सोबरन सोरेन की महाजनों ने हत्या कर दी है. वरिष्ठ पत्रकार अनुज कुमार सिन्हा की पुस्तक दिशोम गुरु शिबू सोरेन के मुताबिक महाजनों के लड़कों ने एक आदिवासी महिला के खिलाफ अपशब्द कहा था, जिसका विरोध शिबू सोरेन के पिता सोबरन सोरेन ने किया था. यह बात महाजनों को इतनी नागवार गुजरी की साजिश रचकर उनकी हत्या कर दी गई.

पिता की हत्या की घटना ने बदल दी गुरुजी की जिंदगी

गांधीवादी पिता की हत्या ने शिबू सोरेन को भीतर से झकझोर कर रख दिया. उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और महाजनों के खिलाफ फूंक बिगुल दिया. लेकिन महाजनों से लड़ना आसान नहीं था. क्योंकि ग्रामीण महाजनों के कर्ज तले दबे हुए थे. सूद नहीं देने पर जमीन हड़प ली जाती थी. शराब पीलाकर सादे कागज पर अंगूठे का निशान ले लिया जाता था. इन घटनाओं ने शिबू सोरेन को आंदोलन खड़ा करने का रास्ता दिखा दिया. उन्होंने आवाज बुलंद करनी शुरू की तो लोग जुड़ने लगे. इसी दौरान शिबू सोरेन ने शराब और हड़िया के सेवन के खिलाफ ग्रामीणों को जागरूक करना शुरु किया.

टुंडी के आंदोलन से मिली पहचान

अपनी जन्म भूमि गोला के बाद उनको पेटरवार, जैनामोड़, बोकारो और धनबाद में लोग जानने लगे थे. इनके समाज सुधार आंदोलन और महाजनी प्रथा के खिलाफ उलगुलान को बड़ी पहचान मिली धनबाद के टुंडी में. यहां 1972 से 1976 के बीच उनका आंदोलन जबरदस्त रुप से प्रभावी रहा. वह महाजनों द्वारा हड़पी गई जमीन आदिवासियों को वापस कराने में सफलता हासिल करने लगे थे.

शिबू सोरेन की एक आवाज पर हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग तीर-धनुष के साथ जुट जाते थे. एक आह्वान पर हड़पी गई खेतों में लगी फसल काट ली जाती थी. टुंडी के पोखरिया में उन्होंने एक आश्रम बनाया था, जिसे लोग शिबू आश्रम कहते थे. इसी दौरान लोग प्यार और सम्मान से उनको गुरुजी कहने लगे. लेकिन गुरुजी को राजनीतिक पहचान मिली संथाल की धरती पर यहीं से उनको दिशोम गुरु यानी देश का गुरु कहा जाने लगा.

Related Posts

IED ब्लास्ट में बच्ची की मौत। नक्सलियों की करतूत का शिकार हुई बच्ची
अपराध

IED ब्लास्ट में बच्ची की मौत। नक्सलियों की करतूत का शिकार हुई बच्ची

October 28, 2025
चाईबासा में आदिवासी समाज के ऊपर लाठीचार्ज को लेकर भाजपा के बंद को आजसू का समर्थन
Uncategorized

चाईबासा में आदिवासी समाज के ऊपर लाठीचार्ज को लेकर भाजपा के बंद को आजसू का समर्थन

October 28, 2025
बिहार में आखिर नीतीश कुमार ने ऐसा क्या किया जो हर बार जीतते हैं! तेजस्वी यादव के समक्ष चुनौती क्या है?
Uncategorized

बिहार में आखिर नीतीश कुमार ने ऐसा क्या किया जो हर बार जीतते हैं! तेजस्वी यादव के समक्ष चुनौती क्या है?

October 24, 2025
बाबूलाल मरांडी ने कहा पाकिस्तान से हथियार आ रहे हैं।यह खुफिया तंत्र की नाकामी।
अपराध

बाबूलाल मरांडी ने कहा पाकिस्तान से हथियार आ रहे हैं।यह खुफिया तंत्र की नाकामी।

October 23, 2025
JMM के पास अकेले चुनाव लड़ने के लिए आदमी नहीं थे, जानिए अंदर की बात
झारखंड

JMM के पास अकेले चुनाव लड़ने के लिए आदमी नहीं थे, जानिए अंदर की बात

October 21, 2025
महागठबंधन में दरार: झामुमो ने छह सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की
झारखंड

महागठबंधन में दरार: झामुमो ने छह सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की

October 18, 2025
Load More

Recent News

IED ब्लास्ट में बच्ची की मौत। नक्सलियों की करतूत का शिकार हुई बच्ची

IED ब्लास्ट में बच्ची की मौत। नक्सलियों की करतूत का शिकार हुई बच्ची

by postnext
October 28, 2025

चाईबासा में आदिवासी समाज के ऊपर लाठीचार्ज को लेकर भाजपा के बंद को आजसू का समर्थन

चाईबासा में आदिवासी समाज के ऊपर लाठीचार्ज को लेकर भाजपा के बंद को आजसू का समर्थन

by postnext
October 28, 2025

बाबूलाल मरांडी ने कहा पाकिस्तान से हथियार आ रहे हैं।यह खुफिया तंत्र की नाकामी।

बाबूलाल मरांडी ने कहा पाकिस्तान से हथियार आ रहे हैं।यह खुफिया तंत्र की नाकामी।

by postnext
October 23, 2025

JMM के पास अकेले चुनाव लड़ने के लिए आदमी नहीं थे, जानिए अंदर की बात

JMM के पास अकेले चुनाव लड़ने के लिए आदमी नहीं थे, जानिए अंदर की बात

by postnext
October 21, 2025

महागठबंधन में दरार: झामुमो ने छह सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की

महागठबंधन में दरार: झामुमो ने छह सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की

by postnext
October 18, 2025

झारखंड की प्रस्तावित टाइगर सफारी प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन, मुख्यमंत्री ने दिए कई निर्देश

झारखंड की प्रस्तावित टाइगर सफारी प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन, मुख्यमंत्री ने दिए कई निर्देश

by postnext
October 18, 2025

सरला बिरला विश्वविद्यालय में फोटोग्राफी वर्कशॉप आयोजित

सरला बिरला विश्वविद्यालय में फोटोग्राफी वर्कशॉप आयोजित

by postnext
October 18, 2025

Categories tes

  • Uncategorized
  • अपराध
  • खेल
  • घटना
  • झारखंड
  • झारखंड सरकार
  • देश
  • धर्म और संस्कृति
  • बिज़नेस
  • बिहार
  • बिहार चुनाव
  • भारत सरकार
  • मनोरंजन
  • राजनितिक
  • विदेश
  • शिक्षा
  • हादसा

IED ब्लास्ट में बच्ची की मौत। नक्सलियों की करतूत का शिकार हुई बच्ची

चाईबासा में आदिवासी समाज के ऊपर लाठीचार्ज को लेकर भाजपा के बंद को आजसू का समर्थन

बाबूलाल मरांडी ने कहा पाकिस्तान से हथियार आ रहे हैं।यह खुफिया तंत्र की नाकामी।

  • About us
  • Contact Us
  • Advertise with us

© 2022 Postnxt. All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • झारखंड
  • राजनितिक
  • देश
  • विदेश
  • शिक्षा
  • बिज़नेस
  • खेल
  • मनोरंजन

© 2022 Postnxt. All Rights Reserved.