रांची : झारखंड सरकार विदेश में छात्रों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए सुविधा प्रदान करती है। इस योजना का नाम मरंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेसीय छात्रवृत्ति है।इसके तहत पहले 10 छात्रों को यूनाइटेड किंगडम में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए आर्थिक मदद दी जाती है। बाद में इसे बढ़ाकर 25 छात्र कर दिया गया।
कुछ समय पूर्व हेमंत सरकार ने इस योजना के तहत छात्रों की संख्या को बढ़ाकर 50 करने का निर्णय लिया। इस निर्णय पर कैबिनेट की मंजूरी भी हो गई लेकिन आगे कुछ नहीं हो सका। विदेश में शिक्षा ग्रहण करने वाली पारदेसीय छात्रवृत्ति यानी ओवरसीज स्कॉलरशिप स्कीम के तहत इस बार के लिए 6 जून तक आवेदन किया जा सकता है। सिर्फ 25 छात्र ही इसके तहत चयनित होंगे जबकि सरकार ने 50 छात्रों को विदेश में शिक्षा देने की सुविधा प्रदान करने की घोषणा की थी। इस पर कैबिनेट की मंजूरी हो गई है।
आदिवासी कल्याण आयुक्त अजय नाथ झा ने कहा कि यूनाइटेड किंगडम में शिक्षा के लिए झारखंड सरकार के साथ एक संस्थान का एम ओ यू किया हुआ है। यह छात्रवृत्ति योजना एसटी, एससी, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को इसका लाभ दिया जाता है। झारखंड सरकार की इस छात्रवृत्ति योजना के तहत मोटे तौर पर एक छात्र पर लगभग एक करोड़ रुपए खर्च आता है।