पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और 24 परगना जिले के भांगड़ में वक्फ अधिनियम 2025 के खिलाफ हुए प्रदर्शन के बाद हिंसा भड़क गई है। सड़कों पर जले वाहन, लूटी गई दुकानें और दहशत का माहौल बना हुआ है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा –
“बंगाल जल रहा है और वहां की मुख्यमंत्री चुप हैं। दंगाइयों को शांतिदूत कहा जा रहा है। लातों के भूत बातों से नहीं मानते, इन्हें डंडे से ही समझाना होगा। जिसे बांग्लादेश पसंद हो, वह बांग्लादेश चला जाए, भारत की धरती पर बोझ क्यों बन रहे हैं?”
योगी आदित्यनाथ ने यह बयान मंगलवार को हरदोई में 650 करोड़ रुपये की लागत की 729 विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रम में दिया। उन्होंने कहा कि बंगाल में दंगाइयों को खुली छूट दी जा रही है और सेक्युलरिज्म की आड़ में देशविरोधी ताकतों को बढ़ावा मिल रहा है।
केंद्र ने की हस्तक्षेप की पहल
मुख्यमंत्री योगी ने पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों की तैनाती के लिए कलकत्ता हाई कोर्ट का धन्यवाद दिया और कहा कि अल्पसंख्यक हिंदुओं की रक्षा के लिए यह कदम जरूरी था। उन्होंने कांग्रेस, सपा और टीएमसी पर भी सवाल उठाए कि वे इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं।
क्या हुआ था बंगाल में?
मुर्शिदाबाद और भांगड़ में वक्फ अधिनियम में संशोधन के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो गया।
कई इलाकों में लूटपाट, आगजनी और पथराव की घटनाएं सामने आईं।
इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और कर्फ्यू जैसी स्थिति बनी हुई है।
सैकड़ों लोग मालदा जिले में पलायन कर चुके हैं।