गुमला – गुमला के कोरंबी गांव में जिस प्रकार की घटना घटी है यह अंधविश्वास का एक जीता जागता उदाहरण है.यहां पर एक वृद्ध को चीता में जिंदा जला दिया गया है.घटना के बारे में बताया जा रहा है कि एक महिला का शव कुएं से बरामद हुआ था.उसके परिजनों को यह आशंका थी कि गांव का ओझा बुद्धेश्वर उरांव की ही यह करतूत है.जिस महिला की मौत हुई थी उसका नाम मंगरी देवी था.वह भी वृद्ध थी.जब उसकी चिता जलाई गई और अंतिम संस्कार हो रहा था तभी मंगरी देवी का भाई झड़ी उरांव और भतीजा कर्मपाल उरांव उस कथित ओझा गुनी बुद्धेश्वर उरांव को मारपीट कर श्मशान घाट लाया और जलती चिता में उसे भी झोंक दिया.
इससे बुद्धेश्वर उरांव की मौत हो गई. इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई. राज्य पुलिस मुख्यालय ने इसे गंभीरता से लिया है.पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता ने जिले के एसपी को इस मामले में पूरी रिपोर्ट देने को कहा है.इधर गृह विभाग ने भी इस नृशंष हत्याकांड की पूरी रिपोर्ट मांगी है.झड़ी उरांव तो घटना को अंजाम देने के बाद गुमला थाना में सरेंडर कर दिया था लेकिन दूसरा आरोपी कर्मपाल उरांव अभी फरार है.पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है.सदर पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र यादव ने गांव पहुंचकर लोगों से घटनाक्रम की जानकारी ली.