मुंबई/रांची- प्रसिद्ध उद्योगपति और एक बेहतरीन इंसान टाटा समूह के मानद अध्यक्ष रतन टाटा का निधन हो गया है.मुंबई के ब्रिज कैंडी अस्पताल में उन्होंने बुधवार की देर रात अंतिम सांस ली.रतन टाटा के निधन से पूरे देश में शोक की लहर फैल गई है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया है.रतन टाटा ने टाटा समूह को सफलता के उच्च मुकाम पर पहुंचाया.
1991 में उन्होंने टाटा संस का दायित्व संभाला था.रतन टाटा के रोम रोम में भारत और भारतवासी रहते थे.यही कारण है कि आज उनके निधन से पूरे देश में लोग गमगीन हैं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें एक औद्योगिक स्वप्न द्रष्टा बताया है.देश में औद्योगिक विकास में उनके नेतृत्व की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उनका निधन देश के लिए बड़ी क्षति है.रतन टाटा का जन्म सितंबर 1937 में हुआ था.औद्योगिक घराने में जन्मे रतन टाटा काफी संवेदनशील व्यक्ति थे.देश और समाज की जरूरत को सर्वोच्च प्राथमिकता देते थे.झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और उड़ीसा के राज्यपाल रघुवर दास ने सोशल मीडिया पर अपनी भावना को शेयर करते हुए कहा कि रतन टाटा बहुत ही संवेदनशील इंसान थे.रांची में टाटा कैंसर अस्पताल के निर्माण के लिए वे एक आग्रह पर तैयार हो गए थे. आज यह अस्पताल कार्यरत है .झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी उनके निधन पर शोक जताया है.झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी रतन टाटा के निधन को देश के लिए क्षति बताया है.झारखंड बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने भी रतन टाटा के निधन पर शोक जताया है.
झारखंड बीजेपी के महामंत्री और राज्यसभा सांसद प्रदीप वर्मा ने कहा कि आज देश ने एक रत्न खो दिया है.हमें उनकी कमी हमेशा खलेगी.देश के औद्योगिक विकास में रतन टाटा की भूमिका को कभी भी बुलाया नहीं जा सकेगा.