रांची- भारतीय जनता पार्टी की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा की युवा आक्रोश रैली में बहुत कुछ हुआ .भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ चुनावी वादा कर युवाओं को ठगने का आरोप लगाया.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार ने 2019 में लोगों के साथ जो चुनावी वादा किया था उसे पूरा करने में विफल रही है.उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में रैली में आने वाले लोगों को जगह-जगह रोका गया.यह बताता है कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार डर गई है.जिस प्रकार से बैरिकेडिंग की गई उससे लोगों को इस रैली में आने में परेशानी हुई.उन्होंने कहा कि गुरुवार से ही सरकार के इशारे पर पुलिस ने रांची आने वाले वाहनों को डिस्टर्ब किया और भाजपा के इस कार्यक्रम को सफल करने का पूरा प्रयास किया.पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि इस रैली में युवा मोर्चा हेमंत सरकार के द्वारा किए गए वादा के संबंध में सवाल जानने का प्रयास किया.रैली को नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बावरी ने भी संबोधित किया.उन्होंने कहा कि इस सरकार ने युवाओं को रोजगार से वंचित किया है आज युवा उनसे हिसाब मांग रहा है तो उन्हें परेशान किया जा रहा है.उन्होंने कहा कि सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है.भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेताओं ने भी इस रैली को संबोधित किया.पूरे प्रदेश से बड़ी संख्या में लोग इस रैली में हिस्सा लेने के लिए आए थे.
इस रैली में संबोधन के बाद भाजपा के नेता और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए निकले तो बैरिकेडिंग के पास जमकर उत्पात हुआ.भाजपा के कार्यकर्ता बैरिकेटिंग तोड़ने का प्रयास कर रहे थे लेकिन सुरक्षा वालों ने आंसू गैस के गोले धागे.वाटर कैनन से पानी बरसाए लाठी चार्ज भी हुआ.इस पूरे प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष यदुनाथ पांडे घायल हो गए. उनके अलावा लगभग एक दर्जन कार्यकर्ता भी घायल हुए हैं.सभी का इलाज चल रहा है केमिकल वाला आंसू गैस इस कदर लोगों को परेशान किया कि उनके चेहरे और उनकी आंखें लहरने लगीं. भाजपा के प्रदेश महामंत्री और राज्यसभा सांसद प्रदीप वर्मा ने कहा कि इस तरह की दमनकारी सरकार ना तो कहीं देखी गई है और ना ही सुनी गई है .जिस प्रकार से घेर कर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने वाले खास कर युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया यह दुखद है उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आंसू गैस छोड़े गए और रबर बुलेट से हमला किया गया,वह दिखता है कि सरकार घबरा गई है और एक तरह से यह जलियांवाला बाग कांड का दृश्य . प्रदीप वर्मा ने आगे कहा कि यह सरकार कुछ ही महीने की मेहमान है.