20 जनवरी: CM से पूछताछ के दिन ED पर हमले की आशंका,ईडी दफ्तर छावनी में तब्दील
रांची: 20 जनवरी का दिन बहुत खास है.इस दिन प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के लिए भी खास है.अब तक जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय को ज्यादा महत्व नहीं देने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कांके रोड स्थित उनके मुख्यमंत्री आवास में पूछताछ होगी.इसको लेकर पूरी गहमागहमी है.जमीन घोटाला मामले में शनिवार यानी 20 जनवरी को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से पूछताछ होनी है.हम बता दें कि पूछताछ से पहले आदिवासी संगठन और झामुमो की ओर से ईडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.इसे देखते हुए ईडी दफ्तर और अधिकारियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई. ED की ओर से राज्य के गृह सचिव, DGP और रांची SSP को पत्र लिखकर सुरक्षा व्यवस्था की मांग की गई थी.जिसे देखते हुए ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पर बैरिकेडिंग की गई है.भारी संख्या में जवानों को तैनात किया गया है.
बता दें कि CM हेमन्त सोरेन से जमीन घोटाला मामले में ईडी मुख्यमंत्री आवास में उनसे पूछताछ करेगी.CM हेमंत सोरेन से पूछताछ के दौरान विधि व्यवस्था बनी रहे इसे देखते हुए 500 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है.एक ओर ईडी दफ्तर तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री आवास दोनों जगह पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
ईडी के अधिकारियों को कड़ी सुरक्षा के बीच CM आवास ले जाया जाएगा.ईडी के पास पहले से ही CISF और CRPF के जवान हैं तो इसके अलावा अब झारखंड पुलिस के भी जवान तैनात करेंगे.कड़े सुरक्षा घेरे में सभी अधिकारी रहंगे.
दरअसल बंगाल में जिस तरह से ईडी के अधिकारियों के ऊपर हमला हुआ.उसे देखते हुए ED अधिकारी अलर्ट पर हैं.किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं.
मालूम हो कि झारखंड में भी ईडी के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहा है.एक ओर झामुमो कार्यकर्ता हैं तो दूसरी ओर आदिवासी संगठन के लोग.सभी ईडी पर आदिवासी मुख्यमंत्री को बदनाम करने का आरोप लगा रहे है.आदिवासी संगठन के लोगों का कहना है कि भाजपा के इशारे पर ईडी काम कर रही है. विरोध प्रदर्शन पर भाजपा का कहना है कि यह डराने का प्रयास किया जा रहा है दरअसल भ्रष्टाचार के मामले इतने गंभीर हैं कि एक दबाव बनाने का प्रयास किया जाए लेकिन केंद्रीय एजेंसी इन सब चीजों से डरने और प्रभावित होने वाली नहीं है उल्लेखनीय है कि राज्यपाल ने भी कहा है कि पूछताछ के दौरान विधि व्यवस्था क्यों गड़बड़ आएगी उनका रवैया या तेवर बड़ा सख्त था भाजपा के सांसद संजय सेठ ने भी कहा कि यह सब गीदड़ भभकी है.उधर भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कहा कि झारखंड में स्थित पश्चिम बंगाल से भी खराब है.यहां पर सत्ता संरक्षित भ्रष्टाचार के इतने मामले हैं कि हर मामले में सरकार के हाथ दिख रहे हैं.इसलिए विरोध प्रदर्शन के माध्यम से एक माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है.अगर विधि व्यवस्था की स्थिति गड़बड़ाती है तो उसके लिए राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल जिम्मेवार होंगे.
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