*संसद की सुरक्षा में सेंध करने वाले का आखिर मकसद क्या था, सुरक्षा में चूक का मामला गरमाया*
नई दिल्ली – संसद भवन में जिस प्रकार से घुस कर हंगामा और क्रैकर के माध्यम से धुआं करने वाले लोगों को पकड़ लिया गया है.वे भाग भी नहीं सकते थे.इतनी सुरक्षा के बीच वे घिर गए थे कि उनका भागना मुश्किल था.लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि लोकसभा की कार्यवाही चल रही थी और दर्शक दीर्घा से दो युवक सदन में कूद गए और जो दृश्य आया है. वे इधर-उधर भागने लगे.जूते से स्मोक क्रैकर्स निकालकर धुआं फैला दिया गया.इस घटना से सदन में अफरा तफरी मच गई.वैसे सांसदों ने उसे पकड़ लिया.लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि आखिर वह अंदर कैसे गया.
इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.ये सभी युवा हैं.इनमें से एक हरियाणा की नीलम आजाद है जिनका ताल्लुक जांचा जा रहा है.इसके अलावा लखनऊ का सागर शर्मा मैसूर का मनोरंजन पकड़ा गया है.
2 मिनट का यह सारा खेल फिलहाल जांच के दायरे में है लेकिन जिस प्रकार से नीलम आजाद और सागर शर्मा ने नारे लगाए उसे यह लगता है कि उनके अंदर किसी प्रकार का रोष था. कोई भारत माता की जय कह रहा था तो कोई तानाशाही नहीं चलेगी. अब सवाल यह उठ रहा है कि दर्शक दीर्घा में आने वाले जो लोग हैं, संसद सदस्य और लोकसभा अध्यक्ष की सिफारिश पर प्रवेश करते हैं. जो दो लोग अंदर घुसे उन्होंने अपने जूते में स्मोक क्रैकर्स छिपा रखा था थ्री लेयर सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद ये लोग दर्शक दीर्घा में पहुंच गए और जो इनका मकसद था, उसमें कामयाब हो गए. इन्हें संरक्षण देने के मामले में ललित झा का भी नाम आया है जो फिलहाल फरार है. पुलिस ने विक्की शर्मा और उसकी पत्नी को हिरासत में लिया है.
गौरतलाप है कि 13 दिसंबर 2001 को ही संसद परिसर में पाक समर्थित आतंकवादियों ने हमला किया था जिनमें कई लोग शहीद हो गए थे.तारीख वही यानी 13 दिसंबर को ही इस काम के लिए इन लोगों ने चुना था.इससे यह प्रतीत होता है कि बहुत सोच समझकर यह प्लान किया गया था.इधर गृह मंत्रालय ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं.सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल को जांच रिपोर्ट देकर सुरक्षा और कड़ी करने का ड्रॉफ्ट तैयार करने को कहा है.गिरफ्तार लोगों से सांसद थाना में पूछताछ जारी है.इस घटना को अंजाम देने वाले लोगों के परिजनों का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि उनके बच्चे क्या करने जा रहे हैं. संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और कार्यवाही शुरू होने से पहले संसद परिसर में ही 2001 के संसद पर हमले मामले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई श्रद्धांजलि देने वालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल थे विपक्ष ने इस घटना को गंभीर माना है और इसकी जांच गंभीरता से करने की मांग की है.उधर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी सुरक्षा में चूक के इस मामले पर चिंता जताई है.लोकसभा के महासचिव ने इस घटना की जांच के लिए दिल्ली पुलिस को कहा है.