तीनों अफसरों के बयान के बाद सच आएगा सामने!आखिर किसके दबाव में जेल प्रशासन कर रहा था काम?
रांची – ईडी अफसरों के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में ईडी की ओर से कई जेल अफसरों को समन जारी कर ईडी कार्यालय बुलाया जा रहा है.दरअसल बुधवार को बिरसा मुंडा जेल के जेलर नसीम खान से ED के अधिकारियों ने घंटो पूछताछ की. इस दौरान ईडी ने जेलर नसीम खान से जेल में बंद मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपियों को मोबाइल फोन की सुविधा देने से जुड़े तमाम सवाल पूछे.इसके साथ ही ईडी के अधिकारियों ने जेलर से पूछा कि जब कैदियों ने प्रेम प्रकाश और अन्य संदिग्धों की गतिविधि को लेकर एजेंसी समेत अन्य जगहों पर पत्र लिखे थे, तब उन पत्रों को क्यों बाहर नहीं आने दिया गया? आखिर किसके दबाव में जेल प्रशासन काम कर रहा था?बता दे की सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने को लेकर भी जेलर नसीम खान से पूछताछ की गई. लेकिन सूत्रों के हवाले से यह भी खबर सामने आ रही है कि ईडी के सवालों का संतोषजनक जवाब नसीम खान नही दे रहे है.
इस मामले में गुरुवार को ईडी होटवार जेल के जेल अधीक्षक हामीद अख्तर से आज पूछताछ करेगी और यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि ईडी के अधिकारियों को मिले सुराग के आधार पर ही ईडी जेल अधीक्षक से तमाम सवाल पूछेंगे.बता दें कि ईडी ने सात नवंबर को जेल के बड़ा बाबू दानिश से पूछताछ की थी. दानिश के बाद जेलर नसीम खान का पीएमएलए 50 के तहत बयान दर्ज किया गया.दरअसल दानिश पर कैदियों को अपनी फोन पर गवाहों से बातचीत का आरोप है. जेल अधीक्षक हामीद अख्तर से पूछताछ पूरी करने के बाद एजेंसी के जांच पदाधिकारी तीनों जेल अफसरों के बयान का मिलाने को कोशिश करेंगे ताकि सच सामने आ सके. ईडी से पूछताछ में जेलर ने हथियार के लाइसेंस लेने की बात स्वीकार की है. प्रेम प्रकाश की पैरवी पर ही जेल अधीक्षक और जेलर की ओर से आर्म्स लाइसेंस जारी होने की बात सामने आयी है.अब जैसे जैसे तीनों जेल अफसर बयान देंगे वैसे ही आगे ईडी के अधिकारी काम करेंगे ताकि सच को उजागर कर सके.