रांची – झारखंड के बेरोजगार युवा जो नौकरी की तलाश में दिन-रात पढ़ाई कर रहे हैं लेकिन सरकारी नौकरी उन्हें नसीब नहीं हो पा रही है.जो भी सरकारी वैकेंसी आती है उन नियुक्ति परीक्षा में गड़बड़ी या भ्रष्टाचार आ जाता है जिस कारण से मेधावी छात्र नौकरी पाने से वंचित रह जाते हैं.यह आम शिकायत है.
झारखंड के बेरोजगार युवाओं का एक बड़ा समूह सोमवार को असम के मुख्यमंत्री और झारखंड विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी हिमंता विश्वा सरमा, और केंद्रीय मंत्री एवं झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रभारी शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की.छात्रों के समूह ने भाजपा से यह मांग की है कि अगर झारखंड में भाजपा की सरकार बनती है तो बेरोजगार युवाओं की समस्याओं का समाधान बीजेपी करेगी,यह आश्वासन लेने का प्रयास किया गया.असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा ने कहा कि झारखंड में मेधावी छात्रों के साथ इस हेमंत सरकार ने बहुत अन्याय किया है.भविष्य में जब भाजपा की सरकार बनेगी तो शपथ ग्रहण के 10 मिनट के अंदर जेएसएससी सीजीएल प्रतियोगिता परीक्षा को रद्द किया जाएगा और पहली कैबिनेट की बैठक में 1 लाख नियुक्ति के संबंध में एजेंडा पारित किया जाएगा.युवा छात्रों के समूह ने कहा कि सत्ता पक्ष में बैठे लोग उनकी बात नहीं सुन रहे हैं.इसलिए विपक्ष से उम्मीद है. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा कि वर्तमान सरकार में झारखंड के होनहार युवाओं के साथ बहुत अन्याय हुआ है.उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा.











