रांची-कुड़मी विकास मोर्चा की ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया.इस प्रेस वार्ता के माध्यम से आगामी 20 सितंबर को कुर्मी समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम कार्यक्रम के विषय में जानकारी दी.
इस समाज के मुताबिक आजादी से पूर्व कुर्मी जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्राप्त था लेकिन 1950 के बाद इस जाति को अनुसूचित जनजाति से अलग कर दिया गया.तब से यह समाज आदिवासी में शामिल करने की मांग को लेकर लगातार संघर्षरत रहा है.लोकसभा के विशेष सत्र में कुर्मी जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का प्रस्ताव पारित करने की मांग केंद्र सरकार से की गई है.साथ ही कुरमाली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग है. इस आंदोलन से रेलवे यातायात का बड़ा असर संभावित है कई रेल मंडलों ने ट्रेनों का आवागमन या तो रद्द कर दिया है या फिर डायवर्ट कर दिया है.